Kartik Purnima 2023: पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को कार्तिक पूर्णिमा या त्रिपुरारी पूर्णिमा कहा जाता है. इस दिन देव दीपावली, गुरु नानक जयंती और कार्तिक स्नान भी होता है. मान्यता है कि, इसी पावन दिन पर भगवान विष्णु का प्रथम अवतार यानी मत्स्य अवतार में अवतरित हुए थे.

उदयातिथि के अनुसार, इस साल कार्तिक पूर्णिमा सोमवार, 27 नवंबर 2023 को पड़ रही है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दीपदान जरूर करना चाहिए. कार्तिक पूर्णिमा के दिन कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है, जिससे यह पता चलता है कि, इस बार कार्तिक पूर्णिमा का दिन बहुत खास रहेगा और भक्तों को पूजा-पाठ पूरा फल मिलेगा. कार्तिक पूर्णिमा का शुभ-अशुभ मुहूर्त, योग और ग्रह-नक्षत्रों की चाल कैसी रहेगी. जानने के लिए नजर डालते हैं 27 नवंबर 2023 के पंचांग पर. पंचांग को विस्तार से जानने के लिए यहां ‘पंचांग’.

27 नवंबर 2023 का पंचांग (27 November 2023 Panchang in Hindi)
तिथि पूर्णिमा दोपहर 01:36 तक
वार सोमवार  
पक्ष शुक्ल  
विक्रम संवत 2080  
शक संवत 1944  
मास  कार्तिक  
सूर्योदय 06:56  
सूर्यास्त 05:19  
नक्षत्र कृत्तिका  
चंद्रमा   वृषभ  
राहुकाल सुबह  08:14-09:32
योग शिव योग  रात 11:33 तक
शुभ मुहूर्त अभिजीत 11:47-12:29 तक
प्रथम करण बाबा
द्वितीया करण बालवा
दोपहर
मध्यरात्रि
02:49
02:23 तक

आज का शुभ मुहूर्त (Aaj Ka Shubh Muhurat)

  • अभिजीत मुहूर्त:  सुबह 11 बजकर 29 मिनट से 12 बजकर 12 मिनट तक
  • अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 29 मिनट से 12 बजकर 12 मिनट तक
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 37 मिनट से 02 बजकर 20 मिनट तक
  • अमृत काल: सुबह 11 बजकर 14 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक
  • ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04 बजकर 42 मिनट से 05 बजकर 35 मिनट तक
  • सर्वार्थ सिद्धि योग: दोपहर 01 बजकर 35 मिनट से अगले दिन सुबह 06 बजकर 29 मिनट तक

आज का अशुभ मुहूर्त (Aaj Ka Ashubh Muhurat)

  • दुष्टमुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 49 मिनट तक
  • कुलिक: दोपहर 02 बजकर 15 मिनट से 02 बजकर 58 मिनट तक
  • कंटक: सुबह 08 बजकर 32 मिनट से 09 बजकर 15 मिनट तक
  • राहु काल: सुबह 08 बजकर 14 मिनट से 09 बजकर 32 मिनट तक
  • कालवेला/अर्द्धयाम: सुबह 09 बजकर 58 मिनट से 10 बजकर 40 मिनट तक
  • यमघण्ट: सुबह 11 बजकर 23 मिनट से 12 बजकर 06 मिनट तक
  • यमगण्ड: सुबह 10 बजकर 24 मिनट से 11 बजकर 45 मिनट तक
  • गुलिक काल: दोपहर 01 बजकर 05 मिनट से 02 बजकर 26 तक

कार्तिक पूर्णिमा 2023 पूजा विधि ( Kartik Purnima 2023 Puja Vidhi)

कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर पवित्र नदी में स्नान करें. नदी स्नान संभव न हो तो, घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नना कर सकते हैं. इसके बाद हाथ जोड़कर व्रत का संकल्प लें.  इस दिन लक्ष्मी-नारायण की पूजा करें. फूल, फल, वस्त्र, नैवेद्य आदि अर्पित कर विधि विधान से पूजा करें. भगवान विष्णु को पीले और मां लक्ष्मी लाल रंग के फूल अर्पित करें. साथ ही माता को श्रृंगार का सामान भी चढ़ाएं. यदि संभव हो तो इस दिन सत्यनारायण की कथा भी सुनें. यह बहुत पुण्यदायक माना जाता है.

कार्तिक पूर्णिमा पर रात्रि में चंद्रमा को जल और कच्चा दूध मिलाकर अर्घ्य दें. चंद्रोदय पर शिवा, संभूति, संतति, प्रीति, अनुसुईया और क्षमा इन छह कृतिकाओं की पूजा करनी चाहिए. साथ ही कार्तिक पूर्णिमा पर तुलसी पूजन भी जरूर करें. कार्तिक पूर्णिमा पर इन विधियों से पूजा करने पर सुख-संपत्ति में वृद्धि होती है और जीवन खुशहाल रहता है.

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