Significance of Karka Sankranti: कर्क संक्रांति यानि सूर्य का कर्क राशि में परिवर्तन. सूर्य आज से कर्क राशि में एक माह के लिए गोचर करेंगे. सावन मास में सूर्य का यह राशि परिवर्तन शुभ फलदायी साबित होगा. इस दिन सूर्य दक्षिणायन हो रहे हैं. सूर्य मकर संक्रांति तक दक्षिणायन रहेंगे.


कर्क संक्रांति का पुण्य काल
कर्क संक्रांति का पुण्य काल महत्व पूर्ण माना गया है.  पंचांग के अनुसार कर्क संक्रांति का पुण्य काल गुरुवार यानि 16 जुलाई को प्रात: 6.15 से 11 बजे तक रहेगा. मान्यता है कि पुण्य काल में स्नान, दान और पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं.


कर्क संक्रांति से सुख समृद्धि में होगी वृद्धि
इस बार सूर्य रात्रि में कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. पंचांग के अनुसार 16 जुलाई को शाम 6 बजकर 53 मिनट तक कृत्तिका नक्षत्र रहेगा इसके बाद रोहिणी नक्षत्र आरंभ होगा. इसके उपरांत रात्रि 10 बजकर 36 मिनट पर सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. मान्यता है कि रात्रि में संक्रांति होने से सुखों में वृद्धि होती है. आर्थिक और व्यापार के क्षेत्र में लाभ की स्थिति बनती है.


कर्क संक्रांति की पूजा विधि
कर्क संक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्नान करने का विधान बताया गया है. लेकिन कोरोना वायरस और लॉकडाउन की स्थिति में यह संभव नहीं है. ऐसे में घर पर स्नान करने से पूर्व जल में गंगाजल की बूंदे मिलाकर करना चाहिए.  इसके बाद पूजा करें. पूजा समाप्त होने के बाद दान आदि का कार्य करें.


सूर्य भगवान को अर्घ्य दें
कर्क संक्रांति के दिन सूर्य भगवान को अर्घ्य देने से सूर्य देव का आर्शीवाद प्राप्त होता है. सूर्य प्रसन्न होने से पद, मान-सम्मान में वृद्धि करते हैं. इस दिन कामिका एकादशी भी है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष फलदायी मानी गई है. इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.


कर्क राशिफल: सूर्य का कर्क राशि में आना कर्क राशि वालों के लिए शुभ होने जा रहा है. कर्क राशि वालों के मान सम्मान में वृद्धि होगी. पिता, ऑफिस के बॉस का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा. बिजनेस से जुड़े लोगों को धन लाभ होगा.


कर्क राशिफल 16 जुलाई: सूर्य का राशि परिवर्तन कर्क राशि वालों के लिए कैसा रहेगा, जानें शुभ अशुभ फल