Rules for temple: मंदिर जाते समय हमें कुछ नियमों और परंपराओं का पालन करना चाहिए. स्वच्छता, विनम्रता और अच्छे आचरण से पूजा करने का कई गुना फल प्राप्त होता है. आज हम जानेंगे कि मंदिर जाते समय किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, ताकि भगवान हमसे प्रसन्न हो.

इसके साथ ही मोजे पहनकर मंदिर न जाएं, परिक्रमा बाएं से दाएं करें और मंदिर की चौखट को छूकर प्रवेश करें. देवी-देवताओं पर जल चढ़ाने के बाद लोटा खाली न लाएं, और मंदिर में जाने के सही समय का ध्यान रखें.

मंदिर जाते समय रखें इन बातों का ध्यान

  • मंदिर में कोई दंडवत प्रणाम कर रहा है तो उसके आगे से नहीं निकले.
  • मंदिर में कभी मूर्ति के ठीक सामने कभी भी खड़े नहीं होना चाहिए. आप तिरछे खड़े हो सकते हैं.
  • मंदिर में परिक्रमा कभी भी बाएं से दाएं तरफ करनी चाहिए. 
  • मंदिर में कभी भी मोजे पहनकर नहीं जाना चाहिए.
  • कभी भी मंदिर से आने के बाद तुरंत पैर नहीं धोना चाहिए.
  • मंदिर के बाहर आप अपनी चप्पल ऐसी जगह उतारे जहां चप्पल को कोई लांघ नहीं सकें. 
  • हमेशा मंदिर की चौखट को छूकर ही मंदिर में प्रवेश करें. 
  • मंदिर में घंटी बजाने के बाद कुछ देर उसके नीचे ही खड़े रहें. 

मंदिर से खाली लोटा क्यों नहीं लाना चाहिए?मंदिर में देवी-देवताओं पर जल अर्पण करने के बाद कभी भी खाली लोटा घर नहीं लाना चाहिए. ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक ऐसा करने से आर्थिक तंगी आती है और घर की तरक्की रुक सकती है. इसलिए मंदिर से लोटे में जल की कुछ मात्रा अवश्य रखें और घर आने के बाद इसके छींटे जरूर मारें.

मंदिर में किस वक्त नहीं जाना चाहिए?मंदिर में कभी भी दोपहर 12 से लेकर शाम 4 बजे के बीच पूजा, आरती और प्रार्थना नहीं करनी चाहिए. आपको सुबह 5 बजे से लेकर 11 बजे के बीच में ही मंदिर में पूजा करके आ जाना चाहिए या फिर आप शाम को 4 बजे के बाद दर्शन के लिए जा सकते हैं. 

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