Garuda Purana: हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में गरुड़ पुराण का खास महत्त्व है. इन पुराणों में व्यक्ति के जीवन के बारे में जन्म से लेकर मृत्यु के बाद तक वर्णन किया गया है. इसे नारायण और भक्त के बीच वार्तालाप के जरिए प्रदर्शित किया गया है. इसमें लोगों को भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार और निष्काम कर्म की महत्ता को समझाया गया है.


इसके अलावा गरुड़ पुराण में लोगों को जीवन से जुड़ी ऐसी तमाम बातों के बारे में बताया गया है, जिनका पालन करने से लोगों को उनके जीवन से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है. गरुड़ पुराण के अनुसार अगर इन तीन आदतों को नहीं छोड़ी गई तो घर परिवार में झगड़े और क्लेश बढ़ सकते हैं. आइये जानें इन तीन आदतों को.


घर में कबाड़ एकत्रित करना


गरुड़ पुराण के अनुसार, लोगों को अपने घरों में फिजूल का कबाड़ एकत्रित नहीं करना चाहिए. फिजूल का कबाड़ एकत्रित करने से घर में नकरातमक ऊर्जा का आगमन होता है. इससे घर परिवार के रिश्तों में कडुवाहट आती है. इसलिए घर में जंग लगे लोहे, टूटे-फूटे फर्नीचर, बिना ताले की चाबियां रखी हैं तो इन्हें घर से दूर हटा दें.



रात में जूठे बर्तन छोड़ना


घरों में अक्सर रात को खाना खाने के बाद जूठे बर्तनों को किचेन के सिंक में भरकर छोड़ दिए जाते हैं. इन बर्तनों को सुबह साफ़ किया जाता है. गरुड़ पुराण में इस आदत को बुरा बताया गया है. इसके अनुसार,  रात में जूठे बर्तन छोड़ने से घर परिवार के सदस्यों के बीच आपसी फूट पड़ती है और झगड़े बढ़ते हैं. घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है. इससे बचने के लिए जूठे बर्तनों को रात में ही साफ़ कर लेना चाहिए.


गंदगी एवं दूषित वातावरण


गरुड़ पुराण के अनुसार, गंदगी और दूषित वातावरण से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है और बीमारियां, झगड़े आदि बने रहते हैं.  इस लिए घर में साफ-सफाई और शुद्ध वातावरण रखना चाहिए. इसे घर बीमारियों से दूर रहता है. गरुड़ पुराण में घर में सुख शांति बनाए रखने के लिए घर को व्यवस्थित और साफ सुथरा रखने और स्वयं की भी स्वच्छता का ध्यान रखने की बात कही गई है. लोगों को चाहिए कि वे सुबह जल्दी उठकर घर की साफ-सफाई करें. स्नानादि करके पूजा पाठ करें. ऐसा करने से घर का वातावरण शुद्ध रहता है.