Chanakya Niti: चाणक्य नीति में जीवन का सार छिपा हुआ है. जीवन के हर मोड़ पर चाणक्य नीति की शिक्षाएं काम आती हैं. चाणक्य की ख्याति एक योग्य आचार्य के रूप में है. वे अतिप्राचीन तक्षशिला विश्वविद्यालय के प्रकांड विद्धान और आचार्य थे. वे एक योग्य अर्थशास्त्री और सलाहकार भी थे. उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं जो चाणक्य नीति में निहित हैं. आज भी करोड़ों लोग चाणक्य नीति की शिक्षाओं का अध्ययन करते हैं और इन्हें जीवन में उतार कर सफलता को प्राप्त करते हैं.
जीवन संगिनी सच्ची मित्र भी होती है
पत्नी सिर्फ अर्धांगिनी नहीं होती है, पत्नी लक्ष्मी का स्वरूप भी होती है. इसके साथ साथ वह सबसे अच्छी मित्र भी होती है. इसलिए पत्नी से कभी कोई बात नहीं छिपानी चाहिए. पत्नी जीवन में सबसे अच्छी मित्र की भी भूमिका निभाती है. पत्नी का यह गुण होता है. होशियार व्यक्ति पत्नी के इस गुण को निखारते हैं. ऐसे लोगों के जीवन में कठिनाइयां आ भी जाएं तो उन्हें कोई नुकसान नहीं होता है. सच्चा मित्र गंभीर से गंभीर संकट से भी उभारने की क्षमता रखता है. इसलिए पत्नी को अपना सबसे अच्छा मित्र बनाएं. उसके साथ हर छोटी बड़ी बात को साझा करें. इससे जीवन में कलह का नाश होता है. परिवार में सुख शांति और समृद्धि आती है. ऐसे घर में देवताओं का वास होता है.
अवसर आने पर प्रतिभा साबित करने से नहीं चूकना चाहिए
चाणक्य नीति के अनुसार अवसर आने पर प्रतिभा दिखाने से नहीं चूकना चाहिए. जो लोग अवसर आने पर आलस्य करते हैं बाद में ऐसे लोग हाथ मलते रह जाते हैं और पूरी जिंदगी अफसोस करते हैं. अवसर पर खरा उतरने के लिए व्यक्ति को सदैव तैयार और तत्पर रहना चाहिए. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए और उसका लाभ लेने के लिए व्यक्ति को सर्तक रहना चाहिए. जो व्यक्ति इन बातों को ध्यान में रखता है वह जीवन में कभी असफलता का मुंह नहीं देखता है और कामयाबी उसके साथ चलती है.