Chanakya Niti For Motivation in Hindi : चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को अपने स्वभाव और छवि को लेकर सतर्क और सावधान रहना चाहिए. इन बातों का ध्यान न रखने से कार्य स्थल पर सम्मान प्राप्त नहीं होता है. कार्य स्थल पर सम्मान न मिलने की स्थिति में विकास की गति प्रभावित होती है. इसलिए चाणक्य की इन बातों को अवश्य जानना चाहिए और अमल भी करना चाहिए-


समय- चाणक्य नीति कहती है कि सफलता में समय की विशेष अहमियत है. जो लोग समय के महत्व को जानते और समझते हैं, वे सदैव तरक्की करते हैं. समय पर जो कार्यों को पूर्ण नहीं कर पाते हैं उन्हें कार्य स्थल पर सम्मान प्राप्त नहीं होता है.


अनुशासन- चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को सदैव कठोर अनुशासन का पालन करना चाहिए. अनुशासन की भावना व्यक्ति को बेहतर और आत्मविश्वास प्रदान करती है. जो लोग अनुशासन का पालन नहीं करते हैं, वे अपने सहयोगियों से पीछे रह जाते हैं. कार्यस्थल पर ऐसे लोगों को कम वरियता मिलती है.


आदर सम्मान- आचार्य चाणक्य के अनुसार कार्यस्थल पर अपने वरिष्ठ और योग्य व्यक्तियों का आदर सम्मान करना चाहिए, जो लोग ऐसा नहीं करते हैं, उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है.


निंदा से बचें- चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को हर प्रकार की निंदा से बचने का प्रयास करना चाहिए. निंदा करना और दूसरों की निंदा सुनना दोनों ही गलत है. इससे दूर रहने से कार्य कुशलता में वृद्धि होती है, और सम्मान बढ़ता है. कार्यस्थल पर कभी किसी की निंदा नहीं करनी चाहिए. निंदा के कारण कभी कभी व्यक्ति मुसीबत में भी पड़ जाता है. इसलिए इन सभी से दूर रहना चाहिए और अपने कार्य पर ध्यान देना चाहिए.


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