Relationship Tips: आंखों ही आंखों में कभी भी इशारा हो सकता है और बैठे-बैठे ही दिल को सहारा मिल जाता है. क्योंकि इसके लिए न तो कजरे की धार की जरूरत होती है और न ही मोतियों के हार की मौजूदगी. बस कोई धड़कनों को सुनता है और वक्त के हाथों से हमसफर चुन लेता है. हालांकि, दिल की बात बयां करना आसान नहीं होता, क्योंकि लबों पर इनके आने से पहले ही जुबां ताले में कैद हो जाती है. खैर, आपको परेशान होने की जरूरत नहीं, क्योंकि आज हम आपको ऐसे तरीके बताएंगे, जिनकी मदद से आप न सिर्फ आप फ्लर्टिंग के मास्टर बनेंगे, बल्कि आपकी बॉडी लैंग्वेज ही आपके दिल का हाल बयां कर देगी.




बात मेल पार्टनर की हो या फीमेल पार्टनर की. हमेशा आपका पहला इंप्रेशन बेहद अहम होता है. आपके बातें करने और देखने का तरीका ही काफी हद तक वह काम कर जाता है, जो लफ्ज बयां नहीं कर पाते. इसके अलावा हाथों को बांधने का अंदाज और पैरों की पोजिशन भी इसमें काफी मदद करती है. आप जब भी सामने वाले से बात करें तो खास अदा के साथ नजरें मिलाएं. कभी नजरें चुराने या इधर-उधर देखने की गुस्ताखी न करें. साथी के लिए हर वक्त एविलेबल रहना भी बता देता है कि आप उनका साथ हमेशा देने के लिए तैयार हैं. 




जब बात दिल की हो तो दिमाग को दरकिनार करना जरूरी हो जाता है, क्योंकि दिमाग लगाकर मुहब्बत नहीं होती. हालांकि, फ्लर्टिंग के मामले में थोड़ा दिमाग लगाना भी जरूरी होता है, क्योंकि इसके बिना सामने वाले को इंप्रेस करने में दिक्कत हो सकती है, लेकिन कभी भी ईगो नहीं दिखाना चाहिए. दरअसल, इंसानी व्यवहार की बात करें तो इसमें ईगो की तीन स्टेज होती हैं. पहली पैरेंट, दूसरी चाइल्ड और तीसरी एडल्ट. ये तीनों स्टेज फीलिंग्स, सोच और व्यवहार के आधार पर तय होती हैं और ताउम्र डिवेलप होती रहती हैं. ऐसे में अगर आप किसी को इंप्रेस करना चाहते हैं तो उनकी छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखें और ईगो को कभी भी खुद पर हावी न होने दें. 




अगर किसी रिश्ते में प्यार है तो तकरार होना भी लाजिमी है, लेकिन यही तकरार जब बार-बार होती है तो रिश्ते में दरार भी आने लगती है. कभी ऐसा हो कि आपको सामने वाले की कोई बात पसंद नहीं आ रही तो तुरंत नाराजगी न जाहिर करें. अगर कहीं हालात बिगड़ रहे हैं तो भी चीजों को शांति से हैंडल करने की कोशिश करें, क्योंकि दूसरों के साथ आपका व्यवहार भी पार्टनर को इंप्रेस करने में मदद करता है. अगर मसला पार्टनर से नाराजगी का है तो बेहद आसान शब्दों में उन्हें समझाएं और बताएं कि चीजें किस तरह गलत राह पर जा रही हैं. डांट-फटकार से सुधार होने की गुंजाइश बेहद कम होती है. इससे आपका साथी डर तो सकता है, लेकिन आपसे कभी प्यार नहीं कर सकता. 




अगर रिश्ते में रूमानियत बरकरार रखनी है तो उसे किसी भी तरह के दायरे में न बांधें. सामने वाले को यह अहसास दिलाएं कि आपके लिए वह ही पूरी दुनिया है. इसके लिए शब्दों का सहारा लेने की कोशिश न करें, क्योंकि आपकी बॉडी लैंग्वेज ही आपके दिल की बात बयां कर देती है. 




अगर आप एक ग्रुप में हैं और किसी खास को अट्रैक्ट करना चाहते हैं तो अपनी नजरों, सिर हिलाने और हाथ-पैर चलाने के अंदाज से उन्हें इसका अहसास कराते रहे. दरअसल, हमारे शरीर में वह ताकत है कि जब हम किसी को पसंद करते हैं तो हमारा शरीर खुद-ब-खुद उसे आकर्षित करने में लग जाता है. वह जब हमारे आसपास होता है तो गाल गुलाबी हो जाते हैं और होंठों के थरथराने का अंदाज ही बदल जाता है. 




किसी को अपनी तरफ खींचने का यह खेल सिर्फ दिल से ही कंट्रोल नहीं होता. इसके लिए दिमाग चलाने की भी जरूरत होती है. जब आप उनके आसपास हो तो उनकी तारीफ करें. अगर इसके बाद भी उनका ध्यान आपकी तरफ न हो तो आप उनके बात करने के अंदाज को कॉपी करके भी खिंचाव पैदा कर सकते हैं. हालांकि, इसमें यह बात खासतौर पर ध्यान रखने की जरूरत है कि वह इसे मजाक न समझें.