अपने साथी को चुनना का यह मतलब है कि आप उस व्यक्ति से शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से जुड़ रहे हैं. इस प्रकार व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव आते ही भी आपके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ने लगता है. बहुत चिंता करने या चिंतित होने से आप शारीरिक रूप से अस्वस्थ होने लगते हैं. यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप एक सही साथी को चुनें.

फिजिकल इंटीमेसी

बहुत से लोग अपने साथी को फिजिकल इंटीमेसी आर्थिक स्थिति जैसी कुछ इच्छाओं के लिए चुनते हैं, लेकिन ऐसा करके आप गलत जीवन संगी को चुन सकते हैं. इस प्रकार आप तंगी और चिंता की समस्याओं का सामना कर सकते हैं. इसलिए, व्यक्ति को किसी भी इच्छा या दबाव के कारण अपना जीवनसाथी नहीं चुनना चाहिए.

शादी का निर्णय जल्दी में लेना

बहुत से लोग शादी का निर्णय जल्दी में लेते हैं. अपने रिश्ते को समय देने की बजाय, वे कुछ दिनों के चर्चा के बाद ही शादी करने का निर्णय लेते हैं, लेकिन ऐसा करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. इस प्रकार व्यक्ति को समझना आपके लिए एक कठिनाई बन सकता है.

गलतियों को ना करें नजरअंदाज 

जब हम किसी से प्रेम करते हैं, तो हम उनकी गलतियों को भी क्षमा कर देते हैं, चाहे हम चाहें ना, लेकिन अगर यह करना आपकी आदत बन गई है, तो यह भविष्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है. इसलिए अगर आपको उनकी कुछ बातों में समस्या है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. खुलकर बातचीत करने का प्रयास करें.

विश्वास नहीं है 

यदि आप दोनों के बीच कोई विश्वास नहीं है, तो यह आपके भविष्य में बढ़ते हुए झगड़ों का कारण बन सकता है. यदि आप दूसरे व्यक्ति पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं, तो आपका रिश्ता कमजोर हो सकता है.

अपने दिल की बात 

जब हम किसी से बातचीत करते हैं या उनके साथ समय बिताते हैं, तो हम उनके व्यवहार को समझने लगते हैं. समय के साथ हम अनुभव करते हैं कि क्या हम उनके साथ अपना जीवन बिता सकते हैं या नहीं. इसलिए अपने दिल की बात को नजरअंदाज करना नहीं चाहिए.

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