आईक्यू यानी 'इंटेलिजेंस क्वोशिएंट' किसी की मानसिक क्षमता और समझ को मापने का एक तरीका है. बच्चों के लिए आईक्यू लेवल का बढ़ना बहुत जरूरी होता है, खासकर जब वे स्कूल जा रहे हों. आईक्यू, यानी बुद्धिमत्ता की माप, यह दर्शाता है कि वे कैसे सोचते हैं, समझते हैं और समस्याओं का समाधान करते हैं. यहां कुछ ऐसी आसान ट्रिक्स बताई जा रही हैं, जिनकी मदद से आप अपने बच्चे के आईक्यू लेवल में सुधार कर सकते हैं.
खेल-खेल में सीखनाबच्चों को वो खेल खिलाएं जिनमें दिमाग को जोर देना पड़े. जैसे कि पज़ल्स, मेमोरी गेम्स, और शब्दों के खेल. ये खेल उनकी सोचने की और समस्या सुलझाने की क्षमता को अच्छा करते हैं. इससे उनका दिमाग तेज होता है और वे चीजों को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं.
संगीत की धुन परकई अध्ययन बताते हैं कि संगीत सुनने और संगीत की कक्षाएं लेने से बच्चों का आईक्यू बढ़ सकता है. ये क्लास में बच्चों को संगीत में अच्छे बनाने के साथ-साथ उनकी याददाश्त और ध्यान लगाने की क्षमता को भी बेहतर बनाती हैं. इससे उनका दिमाग और भी तेज होता है और वे अपने काम में और अच्छा प्रदर्शन कर पाते हैं.
पुस्तकों का संगबच्चों को किताब पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें. किताबें पढ़ने से उनकी भाषा और शब्दों की समझ बढ़ती है, जिससे उनका दिमाग भी तेजी से विकसित होता है. यह उन्हें नई चीजें सीखने में मदद करता है और उनकी सोचने की क्षमता को भी सुधारता है.
हेल्दी खान-पानअच्छे आहार से दिमाग भी तेज चलता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड, आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्वों को अपने बच्चे के आहार में शामिल करें। ये सभी उनकी न्यूरोलॉजिकल ग्रोथ को सहायता प्रदान करते हैं।
सामाजिक वातावरणबच्चों को ऐसी जगह पर रखें जहाँ वे दूसरे बच्चों के साथ खेल सकें और बातचीत कर सकें. जब बच्चे दूसरों के साथ मिलजुल कर रहते हैं, तो इससे उनकी सोचने की क्षमता और भावनाओं को समझने की योग्यता में सुधार होता है. खेल-खेल में उन्हें यह सिखने को मिलता है कि कैसे दूसरों के साथ बात की जाए, समस्याओं को कैसे सुलझाया जाए और कैसे साथ में काम किया जाए.
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