नई दिल्ली: अक्सर आप सभी ने यह देखा होगा कि हम भविष्य को लेकर तैयारियां करते हैं. फिर चाहे ये व्यवसाय हो, पढ़ाई हो, इन्वेस्टमेंट हो या कोई दूसरी चीज. फ्यूचर को लेकर हर व्यक्ति कुछ न कुछ प्लान जरूर करता है. आने वाले 10 दिन, 1 महीना, 1 साल के लिए हम कुछ न कुछ प्लानिंग जरूर करते हैं. प्लानिंग व्यक्ति की जरूरत के हिसाब से की जाती है. हम लंबे अंतराल में होने वाली चीजों के लिए तो प्लानिंग जरूर करते हैं लेकिन, इस दौरान हम उन चीजों के लिए तैयार नहीं रहते जो अचानक में में हमारे साथ हो सकती हैं.


जी हां, ऐसे बहुत कम लोग हैं जो परिवार में आने वाली किसी मेडिकल इमरजेंसी के लिए मानसिक और तकनीकी रूप से तैयार हो. यदि हम पहले से ही तकनीकी रूप से मेडिकल इमरजेंसी के लिए तैयार रहे तो समय आने पर हम किसी की जिंदगी बचा सकते हैं. आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको पांच ऐसे मेडिकल इक्विपमेंट के बारे में बताने वाले हैं जो हर व्यक्ति के घर में जरूर होने चाहिए. दूसरी भाषा में कहें तो ये इक्विपमेंट किसी बड़ी मेडिकल एमरजैंसी से पहले आपको अलर्ट कर सकते हैं और आपकी जिंदगी बचा सकते हैं.


फर्स्ट एड बॉक्स क्यों है जरूरी


हर व्यक्ति के घर में फर्स्ट एड बॉक्स होना चाहिए. साथ ही परिवार के सभी सदस्यों को फर्स्ट एड देने आना चाहिए. फर्स्ट एड के अलावा आपके घर में वेट मशीन, बीपी मशीन, ग्लूकोमीटर, थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर भी जरूर होना चाहिए. ये सभी इक्विपमेंट किसी बड़ी बीमारी को रोकने और इमरजेंसी से निपटने में कारगर साबित हो सकते हैं.


वेट मशीन


लोगों के लिए मोटापा एक समस्या बन चुका है. मोटापे से परेशान होकर लोग तरह-तरह की एक्सरसाइज और डाइट प्लान फॉलो कर रहे हैं. अगर आप घर पर ही अपने बॉडिवेट के बारे में समय-समय पर जानना चाहते है तो आपके पास वेट मशीन जरूर होनी चाहिए। वजन बढ़ने या घटने पर आप घर पर ही ये चेक कर सकते है और इसके लिए जरूरी कदम उठा सकते हैं. बाजार में आपको मात्र 1,000 रूपये के अंदर कई तरह की वेट मशीन मिल जाएंगी. दिखने में ये मशीन छोटी होती हैं लेकिन, यह आपको बड़ी बड़ी बीमारियों से बचा सकती है.


ग्लूकोमीटर


समय के साथ खान-पान, रहन-सहन और लाइफस्टाइल बदल गई है. लाइफस्टाइल में बदलाव की वजह से आज शुगर की समस्या आम हो गई है. हर 3 परिवार में से 1 परिवार में आपको शुगर की समस्या जरूर सुनने को मिलेगी. शुगर लेवल अचानक बढ़ने या कम होने पर व्यक्ति को गंभीर समस्यां हो सकती है. अगर आपके घर में किसी व्यक्ति को ब्लड शुगर की समस्या है तो इसकी लगातार मॉनिटरिंग जरूरी है. शुगर लेवल की मॉनिटरिंग के लिए ग्लूकोमीटर हर व्यक्ति के घर में होना चाहिए. ग्लूकोमीटर तुरंत बॉडी में ब्लड शुगर की जानकारी देता है. इसके लिए आपको ज्यादा वेट नहीं करना पड़ता।


बीपी मशीन


बीपी की समस्या भी आज आम हो चुकी है. ऐसे में हर घर में एक बीपी मशीन जरूर होनी चाहिए. इस मशीन के जरिए समय-समय पर आप अपने बीपी को चेक करते रहें. बीपी मशीन शरीर में ब्लड प्रेशर की जानकारी देती है. बता दें ब्लड प्रेशर दो प्रकार का होता है जिसमें पहला स‍िस्‍टोल‍िक (Systolic) और दूसरा है डायस्टोलिक (Diastolic) होता है. ऊपर के ब्लड प्रेशर को स‍िस्‍टोल‍िक कहा जाता है जबकि, नीचे के ब्लड प्रेशर को हम डायस्टोलिक के नाम से जानते हैं. डायस्टोलिक की नार्मल रीडिंग 80 से कम होनी चाहिए जबकि, स‍िस्‍टोल‍िक की नार्मल रीडिंग 110 से 120 के बीच होनी चाहिए। यदि आपका ब्लड प्रेशर लेवल इससे ऊपर या नीचे होता है तो तुरंत अपने चिकित्सक को संपर्क करें।


थर्मामीटर


मौसम चेंज होने पर घर में किसी न कि व्यक्ति को बुखार जरूर आ जाता है. जिन लोगों का इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होता है उन्हें मौसम परिवर्तन की वजह से एकदम बुखार आता है. थर्मामीटर होने से आप घर पर ही बुखार का लेवल नाप सकते है. यदि बुखार बढ़ता है तो ये डिवाइस आपको सचेत करता है और फिर आप अपने डॉक्टर को संपर्क कर सकते हैं.


पल्स ऑक्सीमीटर


कोरोना के दौरान जिस डिवाइस के लिए लोगों ने खूब माथापच्ची की वह है पल्स ऑक्सीमीटर. कोरोना के बाद से आज लगभग हर घर में आपको पल्स ऑक्सीमीटर जरूर मिल जाएगा. पल्स ऑक्सीमीटर की मदद से आप शरीर में ऑक्सीजन लेवल को नाप सकते हैं. एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में 96 फ़ीसदी ऑक्सीजन होना चाहिए. यदि शरीर में ऑक्सीजन लेवल 95 फ़ीसदी से कम हो जाता है तो यह खतरे की घंटी है. ऐसे में आपको तुरंत अपने डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए.


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