अपनी पसंदीदा डिश को ज्यादा या जब तब बाहर खाने की वजह से पेट पर खराब प्रभाव पड़ते हुए देखा गया है. दर्दनाक परिणाम भुगतने जैसे उल्टी, कब्ज या डायरिया के बाद हमें अपने फैसले पर पछतावा होता है. इसके बावजूद हम फिर वही गलतियां दोहराते हैं.


ऐसा कोई इलाज नहीं जो हमें दोबारा पेट दर्द की शिकायत से बचाए, अलबत्ता घरेलू इलाज कुछ दर्द को दूर करने में मदद कर सकता है और आपको अधिक जल्दी ठीक होने में सहायता दे सकता है. लिहाजा, पेट दर्द में घरेलू इलाज के लिए खाने के कुछ फूड्स बताए जा रहे हैं. 


हरा केला- हरा केला डायरिया की अवधि, गंभीरता में सहायक है. उसमें एक खास किस्म का फाइबर होता है जिसे प्रतिरोधी स्टार्च के तौर पर जाना जाता है जिसा शक्तिशाली डायरिया रोधी प्रभाव होता है. केला में विटामिन बी6, पोटैशियम और फोलेट भी होता है. ये पोषक तत्व ऐंठन, दर्द और मांसपेशियों के ऐंठन को आसान करने के लिए मदद करते हैं. 


अदरक- पेट दर्द के आम लक्षण मतली और उल्टी हैं. इन दोनों का ख्याल रखने पर हमारा शरीर बेहतर महसूस करने लगता है. मतली और उल्टी का प्राकृतिक इलाज अदरक हो सकता है. किसी भी तरह से उसका इस्तेमाल अच्छा है, चाहे कच्चा या पकाकर और यहां तक कि तरल के रूप में सेवन भी प्रभावी नतीजे रखता है. मोशन सिकनेस जैसे चक्कर, सिर में दर्द, घबराहट और उल्टी जैसी परेशानियों के खिलाफ भी अदरक का इस्तेमाल किया जा सकता है. अदरक में शानदार पाचक और सूजन रोधी गु्ण पाए जाते हैं.  


पुदीना- इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम एक आम बीमारी है जो बड़ी आंत को नुकसान पहुंचाती है. इस समस्या से पीड़ित शख्स को पेट में दर्द , पेट में ऐंठन, दस्त, कब्ज या गैस के लक्षण नजर आने लगते हैं. पुदीना इन परेशान करनेवाले लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है. पुदीन में मौजूद मेंथॉल आंती की मांसपेशियों में ऐंठन को कम करने के अलावा उल्टी और डायरिया की रोकथाम कर सकता है.   


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