Age Factor in Hindu Marriages : हमारे समाज में जितनी भी शादियां प्राचीन काल से हुई हैं, उनमें से ज्यादातर में एक बात समान है कि लड़का हमेशा उम्र में लड़की से बड़ा होता है. हालाकि, आधुनिक युग में इस सोच में थोड़ा बदलाव आया है. खासकर लव मैरिज के मामलों में, लेकिन आज भी अरेंज मैरिज में घरवालों की कोशिश यही रहती है कि लड़के की उम्र लड़कियों से ज्यादा हो. हमारे कानून में भी लड़कियों की शादी की उम्र कम से कम 18 साल और लड़कों के लिए कम से कम 21 साल है. आखिर क्या है इसके पीछे का कारण, जानते हैं इस खबर में..
शादी में क्यों होती है लड़के की उम्र ज्यादा
शादी में लड़की की उम्र ज्यादा इसलिए होती है क्योंकि कई विद्वानों का मानना है कि लड़कियां जल्दी परिपक्व हो जाती हैं और लड़के देर से. ऐसे में दोनों का आपसी तालमेल तभी बेहतर होगा जब लड़के उम्र में लड़कियों से बड़े होंगे.
पैसा एक ऐसी चीज है जिसके बिना कोई भी सर्वाइव नहीं कर सकता. अगर आपका पार्टनर आपसे उम्र में बड़ा है तो वह आर्थिक रूप से आपसे ज्यादा मजबूत होगा क्योंकि उसने आपसे ज्यादा समय तक काम किया होगा. ऐसे में वह आपको फायनेंशियल सिक्योरिटी दे सकता है.
कहते हैं उम्र के साथ अनुभव भी बढ़ता है. अगर आपके पति आपसे उम्र में बड़े हैं तो उनका अनुभव आपसे बेहतर हो सकता है. उन्होंने जिंदगी के कई पड़ाव देखे होंगे. ऐसे में आप उनसे सलाह लेकर कोई भी काम आसानी से कर सकती हैं. वे कभी नहीं चाहेंगे कि आप वो गलतियां करें जो उन्होंने कीं. कई बार हमउम्र या कम उम्र के पार्टनर के साथ अहंकार की समस्या सामने आ जाती है.
जब दो लोगों की शादी होती है तो हर चीज में अंडरस्टैंडिंग जरूरी हो जाती है. हालांकि कई बार ऐसे मौके आते हैं जब 2 लोगों का मेंटल लेवल एक जैसा नहीं होता और यही झगड़े का कारण बनता है. ऐसे में एक पार्टनर का उम्र में बड़ा होना समझदारी लेकर आता है और गलतफहमियां पनप नहीं पातीं.
रिश्ते में सिर्फ प्यार ही नहीं सम्मान भी बहुत जरूरी है. अगर आपका पार्टनर आपसे उम्र में बड़ा है तो आप उसकी उम्र के हिसाब से उसका सम्मान करेंगे और वो आपके इस प्यार और सम्मान को समझ पाएगा और आपको वह सब भी देगा जिसके आप हकदार हैं.
ये भी पढ़ें-