पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम आजकल लड़कियों और महिलाओं में बहुत आम समस्या बन गई है. यह एक ऐसी समस्या है जो हार्मोन्स यानी शरीर के रसायनों के संतुलन बिगड़ने से होती है.पीसीओएस में महिलाओं के अंडाशयों में छोटे-छोटे फोड़े या गांठें बन जाती हैं, जिनमें पानी भरा होता है. ये गांठें अंडाशयों को बड़ा और भारी बना देती हैं. इन गांठों की वजह से अंडाशय सही तरीके से काम नहीं कर पाते. 


अंडाशयों का काम महिलाओं में हार्मोन बनाना और ब्लड में रिलीज करना होता है. लेकिन पीसीओएस में ये हार्मोन सही मात्रा में नहीं बनते. इसके कारण पीरियड्स रेगुलर नहीं आते हैं, शरीर पर अतिरिक्त बाल आने लगते हैं, मोटापे की समस्या हो सकती है. पीसीओएस की वजह से कई लड़कियों और महिलाओं को चेहरे, कंधे और पीठ पर मुंहासे निकलने लगते हैं. ये मुंहासे देखने में बहुत बुरे लगते हैं और आत्मविश्वास पर भी बुरा असर डाल सकते हैं. 


ग्लूटेन फ्री
पीसीओएस की समस्या वाली महिलाओं को अपने आहार में कुछ बदलाव करने चाहिए, जिससे चेहरे के मुंहासे कम हो सकें. गेहूं से बनी चीजें जैसे - ब्रेड, नूडल्स आदि में 'ग्लूटेन' नामक एक प्रोटीन होता है. इस ग्लूटेन के कारण कई लोगों को पेट संबंधी समस्याएं और मुंहासे ज्यादा होने लगते हैं. इसलिए ऐसे लोगों को 'ग्लूटेन फ्री डाइट' यानि ग्लूटेन वाली चीजों से परहेज करना चाहिए.


हार्मोन को नियंत्रण करें  
पीसीओएस की समस्या जैसे मुंहासों को कम करने के लिए, हमें अपने शरीर के कुछ हार्मोन जैसे - टेस्टोस्टेरोन और इंसुलिन के स्तर को संतुलित रखना होगा. कुछ खास तरह के आहार और जड़ी-बूटियां जैसे - ओमेगा 3, अश्वगंधा, विटामिन डी आदि टेस्टोस्टेरोन को कम करने में मदद कर सकते हैं. इसके साथ ही, रोजाना रूप से व्यायाम और संतुलित आहार से इंसुलिन के स्तर को भी अच्छा बनाए रखा जा सकता है. यदि मधुमेह या उच्च रक्तशर्करा की शिकायत है तो उस पर भी नियंत्रण जरूरी है. 


खूब सारा पानी पिएं 
पीसीओएस के कारण होने वाले मुहांसों से छुटकारा पाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत ही फायदेमंद है. पीसीओएस में शरीर का पीएच स्तर बिगड़ जाता है जिससे त्वचा पर मुहांसे और दाने निकलने लगते हैं. पानी शरीर के पीएच स्तर को संतुलित करने में मदद करता है साथ ही शरीर की गंदगी व विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. 


ये भी पढ़ें: बीमार होने पर भी करते हैं काम तो जरा ठहर जाएं, वरना बढ़ सकता है कई गंभीर बीमारियों का जोखिम