World Oral Health Day 2024: हर साल की तरह इस साल भी यानि 20 मार्च को पूरी दुनिया में 'वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे' मनाया जा रहा है. दरअसल इस दिन को मनाने के पीछे उद्देश्य यह है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को ओरल हेल्थ को लेकर जागरूक करना.


क्यों जरूरी है ओरल हेल्थ?


मसूड़े और दांतों की साफ-सफाई बेहद जरूरी है. क्योंकि जिसे आप छोटी बात समझकर इग्नोर कर देते हैं. वह कब भयंकर बीमारी का रूप ले ले किसी को नहीं पता है. ओरल हेल्थ एक इंसान के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि अगर आपका ओरल हेल्थ खराब होगा तो दूसरी बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है. 


आज के समय में अधिकतर लोग दांत और मसूड़े की बीमारियों से जूझ रहे हैं. जिसके कारम कई सारी बीमारियां भी होने का खतरा बढ़ जाता है. बैड ओरल हेल्थ दांत को कमजोर करने के साथ-साथ मसूड़े भी खराब कर देती है. कई सारी स्टडी में इस बात का खुलासा किया है कि ओरल हेल्थ पर पूरी सेहत टिकी हुई है.


इरेक्टाइल डिसफंक्शन 


मसूड़ों और दांतों की साफ-सफाई न रखने की आदत इरेक्टाइल डिसफंक्शन का खतरा बढ़ाती है. मुंह में मौजूद बैक्टीरिया जब ब्लड तक पहुंचती है तो केवल हार्ट ही नहीं बल्कि दूसरी बीमारियों का खतरा भी बढ़ाती है.साल 2019 में क्रॉनिक पीरियोडेंटिस और इरेक्टाइल डिसफंक्शन के बीच का कनेक्शन पता चला था. 


कैंसर का रिस्क


तंबाकू और स्मोकिंग की वजह से दांतों में मौजूद गंदगी बैक्टीरिया के कैंसर का रिस्क बढ़ाती है. जॉन्स हॉपकिंस मेडिसिन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पेरियोडोंटाइटिस वाले मरीजों में कैंसर का जोखिम 24 प्रतिशत अधिक रहता है. खासतौर पर ये पैन्क्रियाज कैंसर के मामले बढ़ाते हैं. 


डायबिटीज की बीमारी


जिन लोगों के मसूड़ों में दिक्कत होती है उन्हें डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के मुताबिक मसूड़ों की बीमारी में सूजन पैदा होती है. जिसके कारण हाई ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. बैड ओरल हेल्थ फेफड़ों की बीमारी का खतरा भी पैदा करता है. साल 2021 की स्टडी के मुताबिक मसूड़ों में सूजन के कारण  किडनी 10 प्रतिशत फंक्शन करना कम कर देता है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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