Tummy Time: नवजात बच्चे बहुत ही नाजुक होते हैं. उनकी अच्छी ग्रोथ के लिए उनका खास ख्याल रखना पड़ता है. हर मां-बाप को शिशुओं के हेल्थ से जुड़े बातों को समझना और उन्हें फॉलो करना जरूरी होता है. जिस तरह से नवजात को आप टाइम टू टाइम खाना खिलाते हैं, नहलाते हैं, गोद में टहलते हैं, इसी तरह नवजात के लिए टमी टाइम भी जरूरी होता है, जी हां टमी टाइम... इसका मतलब बच्चों का पेट के बल लेटना. यह बच्चों के विकास के लिए काफी जरूरी होता है. कुछ बच्चे खुद ही पलट जाते हैं और पेट के बल खेलते हैं लेकिन अगर आपका बच्चा पेट के बल लेट नहीं कर रहा है तो आपको उसे पेट के बल लेटाना चाहिए. आइए जानते हैं, इसे कितने टाइम के लिए करना चाहिए...


क्यों जरूरी है टमी टाइम?


टमी टाइम का मतलब है बच्चों का पेट के बल लेटना वो भी उस टाइम जब बच्चा जाग रहा हो. कहा जाता है कि इस पोजीशन में बच्चों के लेटने से ओवरऑल डेवलपमेंट होता है.इससे दिमाग तेज होता है. इस पोजीशन में बच्चा खुद को मूव करता है. इस वजह से बच्चे का बॉडी मूवमेंट ठीक होता है.


यूएसए के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ चाइल्ड हेल्थ एंड ह्युमन डेवलपमेंट में पब्लिश्ड रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे के लिए टमी टाइम जरूरी है. इससे गर्दन और कंधे के मांस पेशियों का विकास होता है.बड़े मसल्स जैसे पैर हाथ और शरीर के धड़ के विकास में भी फायदा मिलता है.


बच्चों में फ्लैट हेड सिंड्रोम का भी खतरा कम होता है. टमी टाइम की वजह से बच्चे के बॉडी को स्ट्रैंथ मिलती है. शिशु के सेंसरी डेवलपमेंट में मदद मिलती है. स्कल डिफॉरमेटी में भी मदद मिलती है. मोटर स्किल डेवलपमेंट में भी सहायता मिलती है.


कितने देर का होना चाहिए टमी टाइम?


आप शुरू-शुरू में बच्चों को सिर्फ 3 से 5 मिनट तक के लिए पेट के बल लिटा सकते हैं. जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होता है आप उसे दिन भर में 4 से 5 बार 5 से 10 मिनट के लिए पेट के बल लिटा सकते हैं. डॉक्टर का कहना है कि 2 महीने तक की उम्र के बच्चे को हर दिन 15 मिनट से लेकर आधे घंटे तक छोटे-छोटे ब्रेक पर पेट के बाल लिटाया जा सकता है.3 महीने के बच्चे 1 घंटे तक पेट के बल लेट कर रह सकते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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