Delhi Air Pollution: दिल्ली और उसके आसपास की जगह 'जहरीली हवा' का गैस चैंबर बन हुआ है. ऐसे में डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट बार-बार मना कर रहे हैं कि आउटडोर एक्सरसाइज करना किसी भी उम्र के लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. जब भी आप एक्सरसाइज करते हैं तो फ्रेश हवा में सांस लेते हैं वायु प्रदूषण के कारण हर तरफ जहरीली हवा फैली हुई है. इस स्थिति में बाहर निकलर एक्सरसाइज करना और सांस लेना बीमारी को न्यौता देने के बराबर है. अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि वायु प्रदूषण किस लेवल पर बढ़ जाता है जब हवा एकदम जहरीली हो जाती है. और बाहर निकलने के लिए मना किया जाता है. आइए जानें AIQ के जरिए किस तरह से वायु प्रदूषण के लेवल का पता लगाया जाता है. 


 गुड (0-50): इसका मतलब होता है कि हवा की क्वालिटी ठीक है. आप बाहर निकलर आराम से एक्सरसाइज कर सकते हैं. आपकी स्वास्थ्य के लिए ठीक है.  


मीडियम (51-100): हवा की यह लेवल अच्छी तो नहीं लेकिन ठीक-ठीक मानी जाती है. इसमें आप बाहर निकल सकते हैं. लेकिन जिन लोंगो को सांस संबंधी परेशानी या बीमारी है. या जिन्हें अस्थमा या एलर्जी है उन्हें बाहर निकलकर एक्सरसाइज करने से मना किया जाता है. साथ ही उन्हें बाहर निकलकर फिजिकल एक्टिविटी कम करने के लिए मना किया जाता है. 


इन बीमारी वाले लोगों के लिए है यह लेवल बेहद है खतरनाक (101-150): लंग्स और हार्ट की बीमारी वाले लोगों के लिए वायु प्रदूषण का यह लेवल काफी ज्यादा खतरनाक है. यह बीमारी को और भी ज्यादा बढ़ा सकती है. प्रदूषण से होने वाले जोखिम से बचने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट इनडोर एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं. 


अनहेल्दी (151-200): वायु प्रदूषण का यह लेवल किसी भी नॉर्मल इंसान के लिए खतरनाक और बहुत सारी बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकता है. इसलिए बाहर एक्सरसाइज, वॉकिंग, रनिंग के लिए मना किया जाता है. 


बहुत ही जहरीली हवा/खतरनाक है हवा का यह लेवल (201-500): हवा का यह लेवल काफी ज्यादा खतरनाक और जहरीली होती है. यह हेल्थ के हिसाब से काफी ज्यादा खतरनाक है. ऐसे में बार-बार स्वास्थ्य को लेकर चेतावनी दी जाती है. बंद खिड़कियों के साथ घर के अंदर रहना या बेहतर वायु गुणवत्ता वाले क्षेत्र में अस्थायी रूप से स्थानांतरित होने की सलाह दी जाती है.


खराब AQI स्थितियों में बाहर व्यायाम करने से स्वास्थ्य पर विभिन्न प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं. प्रदूषित हवा में सांस लेने से सांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, पहले से मौजूद स्थितियां बिगड़ सकती हैं और व्यायाम प्रदर्शन कम हो सकता है. वायु प्रदूषण की वजह से आपको खांसी, घरघराहट और सीने में जलन शामिल हो सकती है, जबकि लंबे समय तक संपर्क में रहने से पुरानी सांस और दिल संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. AQI लेवल की निगरानी करना और हवा की गुणवत्ता खराब होने पर इनडोर एक्सरसाइज करना सबसे बेस्ट है. 


इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर  क्या जिम या घरों की तरह घर के अंदर काम करना सुरक्षित है, यह देखते हुए कि बाहरी हवा अंदर आ सकती है. डॉ. सुधीर कुमार ने ट्विटर पर कहा कि बाहर निकलने की तुलना में घर के अंदर रहना अधिक सुरक्षित है. घर और जिम में एयर प्यूरिफायर संभावित रूप से AQI में सुधार कर सकते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें: आप भी खाते हैं रोजाना बादाम तो जानें एक दिन में कितने बादाम खा सकते हैं, डाइटिशियन के अनुसार