Cause of Slipped Disc: हम सभी का स्पाइनल कॉलम या कहिए कि रीढ़ की हड्डी एक दूसरे पर खड़ी हड्डियों (कशेरुक) की एक श्रृंखला से बनी है. ऊपर से नीचे तक एक स्तंभ के रूप में सर्वाइकल स्पाइन में सात हड्डियां, वक्षीय रीढ़ में 12 और काठ की रीढ़ की हड्डी में पांच बोन एक दूसरे से जुड़ी होती हैं, इसके बाद त्रिकास्थि और कोक्सीक्स बोन्स शामिल हैं. हमारी दैनिक गतिविधि जैसे, चलने, उठने, दौड़ने, भारी सामान उठाने इत्यादि के दौरान हड्डियों के जोड़ को किसी तरह की हानि ना हो इसलिए इन हड्डियों को डिस्क द्वारा कुशन किया जाता है. 


हर डिस्क में दो भाग होते हैं, जिनमें से एक एक नरम, जिलेटिनस आंतरिक भाग और एक ठोस बाहरी रिंग होती है. चोट या कमजोरी के कारण डिस्क का भीतरी भाग बाहरी रिंग से बाहर निकल सकता है. इसे स्लिप्ड, हर्नियेटेड या प्रोलैप्स्ड डिस्क के रूप में जाना जाता है. जब डिस्क का आंतरिक भाग रिंग से निकलकर बाहर आ जाता है तो इससे  दर्द और बेचैनी की समस्या होने लगती है.


यदि स्लिप डिस्क आपकी रीढ़ की हड्डी की नसों में से एक को संकुचित कर देती है तो आपको उस नस से संबंधित एरिया में सुन्नता और दर्द का भी अनुभव हो सकता है. शुरुआती स्तर पर स्लिप डिस्क की समस्या को दवाओं, फिजियोथेरपी और अन्य संबंधित चिकित्साओं से ठीक किया जा सकताहै. लेकिन यदि स्थित गंभीर हो तो स्लिप्ड डिस्क को ठीक करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है.


स्लिप डिस्क के कारण



  • बढ़ती उम्र के कारण

  • किसी बहुत भारी सामान को उठाने की कोशिश के दौरान

  • हड्डियों की कमजोरी और अधिक शारीरिक गतिविधि के कारण

  • आपका वजन बहुत अधिक बढ़ जाने के कारण

  • गलत तरीके से एक्सर्साइज के कारण


बचाव के तरीके



  • बहुत अधिक भारी सामान को बल पूर्वक उठाने की जगह तकनीक का सहारा लेकर उठाएं. 

  • अपने बढ़ते वजन को नियंत्रित करें

  • लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठे ना रहें. बीच-बीच में उठें और अपनी मसल्स को स्ट्रेच करें.

  • नियमित रूप से एक्सर्साइज करना बहुत जरूरी है. लेकिन एक्सर्साइज करने की सही विधि किसी ट्रेनर और योग विशेषज्ञ से सीखें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें: सीने की जलन से परेशान हैं तो जरूर करें ये 3 काम, नहीं होगी ये समस्या


यह भी पढ़ें: दिमाग की थकान और भारीपन दूर करने के लिए हैं ये 3 आयुर्वेदिक औषधियां