डायबिटिक फुट अल्सर एक आसान बीमारी लगती है. पर यह एक बहुत गंभीर समस्या है. अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और आपके पैरों में किसी तरह का कोई घाव या जख्म हो गया यो छाला पड़ गया है तो आप इसे हल्के में बिल्कुल भी न ले. इसे नजरअंदाज करने के जगह पर आप तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और इसका उपचार शुरू करवा ले. क्योंकि आपके पैर का यह घाव,छाला या जख्म डायबिटिक फुट अल्सर भी हो सकता है. अगर आप इसका समय रहते इलाज नहीं करवाते हैं तो यह आपके पैर को पूरे तरह से खराब कर सकता  है.


यह एक बहुत घातक समस्या है जिसपर लक्षण दिखते ही तुरंत इलाज कराने की जरूरत होती है. आज हम आपको इस घातक बीमारी के कारण, लक्षण और इसके इलाज के बारे में बताएंगे.


डायबिटिक फुट अल्सर के कारण


डायबिटिक फुट अल्सर का सबसे बड़ा कारण है शुगर, शर्करा या डायबिटीज का बढ़ना है. जब शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है तो शरीर के हिस्सों में छोटे-मोटे घांव या फुंसी इत्यादि होने लगते हैं. इस समय पैर में भी इस तरह के छोटे घांव होने लगते हैं. जो बहुत गंभीर बन जाते हैं. अगर डायबिटिक फुट अल्सर से आपको बचना है तो आप अपना शुगर लेवल हमेशा कंट्रोल में रखें. इसके लिए आप अपने डाइटिंग पर भी खास ध्यान दें.


डायबिटिक फुट अल्सर के लक्षण


डायबिटिक फुट अल्सर के लक्षणों में आपके पैरों के स्किन का रंग का बदलना, पैरों में सूनापन और सनसनाहट होना, पैरों में संवेदनशीलता का कम होना, घाव होना, घाव से रिम आना, चलने में पैर दर्द देना आदि शामिल है. अगर आप डायबिटिज के मरीज हैं और आप में इनसब में से किसी भी तरह के लक्षण है तो इसे हल्के में न ले और तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर इसका इलाज करा ले.


डायबिटिक फुट अल्सर का इलाज


डायबिटिक फुट अल्सर का सबसे अच्छा इलाज है अपने शुगर को कंट्रोल रखना. ऐसा करने से आपको इस फुट अल्सर के घाव के इंफेक्शन से दूर रहेंगे और अगर आप इस गंभीर समस्या के शिकार हो गए हैं तो आप जल्द ठीक हो जाएंगे. अपने शुगर को कंट्रोल रखने के लिए आप अपने डाइट पर ध्यान दे और शुगर कम करने के लिए उचित डाइट ही ले. इसके अलावा इस बीमारी के लक्षण मिलते हीं आप एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले.


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