Anti-Inflammatory Diet: वजन घटाने से लेकर सेहतमंद रहने के लिए लोग आजकल एक से बढ़कर एक डाइट फॉलो कर रहे हैं. जैसे कीटो डाइट, पोलियो डाइट, वेगन डाइट वगैरा वगैरा...ऐसे ही एक डाइट है anti-inflammatory डाइट, जो कि इन दिनों ट्रेंड में बना हुआ है. इस डाइट को फॉलो करने से आप बीमारियों से बचे रहते हैं और आपके इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है. दरअसल जब शरीर का इम्यून सिस्टम ठीक से काम नहीं करता है तो इस स्थिति में इन्फ्लेमेशन कम होने लगता है. शरीर के ऑटो इम्यून को ठीक रखने के लिए इंफ्लेमेशन का ठीक रहना जरूरी होता है. ऐसे में anti-inflammatory डाइट का काम शरीर में इन्फ्लेमेशन को ठीक रखना होता है, तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.

क्या होता है इंफ्लेमेशन


इन्फ्लेमेशन जिसे हम आसान भाषा में सूजन कहते हैं. यह हमारे शरीर की एक तरह की प्रतिक्रिया है जो शरीर तब देना शुरू करता है जब कोई बाहरी वायरस आपके शरीर में घुसकर हमला करने की कोशिश करता है. अब जब ऐसा होता है तब आपके शरीर को रोगों से बचाने के लिए एक सिस्टम आपके शरीर में प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है जिसे हम इम्यून सिस्टम कहते हैं. जब भी आपके शरीर में कोई वायरस या खतरनाक बैक्टीरिया, एंटीजेन प्रवेश करना चाहता है तो आपका शरीर इसे रोकने के लिए प्रभावित सेल्स में सूजन पैदा कर देता है ताकि एंटीजेन के असर से आसपास के सेल्स प्रभावित ना हो






क्या है एंटी इंफ्लेमेटरी डाइड और क्या हैं इसके फायदे








विशेषज्ञों के मुताबिक anti-inflammatory डाइट में प्लांट बेस्ट चीजें शामिल होते हैं. फल में ब्लू बेरी, स्ट्रॉबेरी, संतरा, सेब सब्जियां, साबुत अनाज, ओमेगा 3 फैटी एसिड वाले फूड, आखरोट, बादाम नट्स फैटी फिश, लीन प्रोटीन जैसे फूड शामिल होते हैं. इस डाइट में मीट अल्कोहल प्रोसैस्ड फूड की बिल्कुल भी जगह नहीं होती. आप कॉफी भी पी सकते हैं. इसमें पॉलीफेनॉल और एंटीइन्फ्लेमेटरी तत्व होते हैं जो इन्फ्लेमेशन से बचाते हैं. ये सारे एंटी इन्फ्लेमेटरी फूड्स सूजन दर्द को कम करने के लिए जाने जाते हैं.एंटी इन्फ्लेमेटरी डाइट शरीर से फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालने का काम करते हैं. यह इन्फ्लेमेशन से जुड़ी समस्याओं का खतरा कम करते हैं.

इन्फ्लेमेशन बढ़ाने वाले फूड


पेस्ट्री,वाइट ब्रेड, तली भुनी चीजें, सोडा, ड्रिंक्स, रेड मीट, प्रोसेस्ड मीट, फ्रेंच फ्राइज जैसी फूड्स क्रॉनिक डिजीज जैसे हार्ट की बीमारी, डायबिटीज, मोटापे को बढ़ाते हैं. इनसे इन्फ्लेमेशन ट्रिगर होता है.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.