Alkaline water Benefits: Alkaline पानी में नॉर्मल पानी से ज्यादा Ph होता है सामान्य तौर पर सादा पानी में ph लेवल 7 होता है, किसी पानी में अगर 8 या 9 या इससे ज्यादा ph लेवल होता है तो उसे एल्कलाइन वॉटर की केटेगरी में रखा जाता है. यह पानी अम्लीयता को कम करने में मदद कर सकता है और इसमें कई मिनरल्स भी होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं. यहां देखते हैं एल्काइन वॉटर के क्या लाभ होता है. 


एल्काइन वॉटर के फायदे..



  • अम्लता की समस्या को कम करना: एल्कलाइन पानी का सेवन अम्लता और पेट में जलन की समस्या को दूर कर सकता है.

  • असंतुलित pH मान को संतुलित करना: एल्कलाइन पानी शरीर के pH मान को संतुलित करने में मदद कर सकता है, जिससे शरीर की कई प्रक्रियाएं बेहतर तरीके से कार्य कर सकती हैं.

  • डिहाइड्रेशन में सहायक: कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि एल्कलाइन पानी शरीर को जल्दी और अधिक तरीके से हाइड्रेट कर सकता है.

  • ऑक्सीडेंट से बचाव: एल्कलाइन पानी में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं, जो शरीर के फ्री रैडिकल्स को नष्ट करने में मदद करते हैं. यह आयु वृद्धि और कई बीमारियों से बचाव में भी मददगार साबित हो सकता है.

  • अन्य स्वास्थ्य लाभ: कुछ लोग मानते हैं कि एल्कलाइन पानी वजन घटाने, कैंसर जैसी बीमारियों से बचाव और चर्बी की तब्दीली में मदद कर सकता है, हालांकि इस पर अभी अधिक अध्ययन की जरूरत है.

  • वजन नियंत्रण: इसके पीने से भूख कम लगती है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिल सकती है. 

  • एंटी-ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज: यह पानी फ्री रैडिकल्स को मुकाबला करने में मदद करता है, जो शारीरिक तनाव और उम्र बढ़ने से होते हैं. 



एल्कलाइन पानी क्या है?
हमारा खानपान दो प्रकार का होता है: एल्कलाइन (बेसिक) और एसिडिक (अम्लीय). अम्लीय खानपान से शरीर में कुछ बीमारियां हो सकती हैं, जबकि एल्कलाइन खानपान सेहत के लिए अच्छा है.पानी की एल्कलाइनता को pH मान से पता चलता है, जिसे 0 से 14 तक मापा जाता है. पानी 14 के पास हो, वह उतना एल्कलाइन माना जाता है, और पानी 0 के पास हो, वह उतना अम्लीय होता है. सिर्फ pH मान उच्च होने से पानी अच्छा एल्कलाइन नहीं होता. पानी में कुछ खास मिनरल्स और एक गुणवत्ता जिसे ORP कहते हैं, वह भी होनी चाहिए.  ORP पानी स्वास्थ्य के अधिक लाभकारी माना जाता है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें


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