Nonveg After Sawan: हमारे यहां सावन को सबसे पवित्र महीना माना जाता है. यह महीना भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित होता है और हर तरफ सिर्फ शिव महिमा, पूजा-पाठ, कावड़ और भंडारों की धूम होती है. ऐसे में भगवान शिव के प्रति आस्था रखने वाले ज्यादातर लोग मांसाहार (Nonveg) का सेवन बंद कर देते हैं. फिर चाहे अन्य दिनों में वे हर दिन मीट-मछली क्यों ना खाते हों. यदि आप भी उन लोगों में शामिल हैं, जो अपना पसंदीदा कबाब या फिश करी (Fish curry) खाने के लिए सावन (Sawan month) बीतने का इंतजार कर रहे थे और अब बस इस फूड पर टूट पड़ना चाहते हैं तो थोड़ी सावधानी बरतें.


क्योंकि सावन में मीट, मछली, अंडा या अन्य नॉनवेज का सेवन अध्यात्म की दृष्टि से तो अच्छा है ही, साथ में सेहत के लिहाज से भी बहुत अच्छा रहता है. हम ऐसा क्यों कह रहे हैं, ये बात आपको आगे समझ में आ जाएगी. फिलहाल इतना जान लीजिए कि सिर्फ सावन में नहीं बल्कि मॉनसून के दोनों महीनों यानी सावन और भादो में आपको नॉनवेज का सेवन नहीं करना चाहिए. करना ही हो तो बेहद कम करें और किन बातों का ध्यान जरूर रखें, उनके बारे में यहां बताया जा रहा है.


मॉनसून में मीट की फ्रेशनेस कैसे जांचें?
बारिश के दिनों में वातावरण में बैक्टीरिया, फंगस और वायरस बहुत अधिक सक्रिय हो जाते हैं. इस कारण मीट, दूध से बनी ज्यादातर चीजें और पकाकर रखा हुआ भोजन जैसे सभी खाद्य पदार्थ बहुत जल्दी संक्रमित हो जाते हैं. ऐसे में आप मॉनसून में बासी मीट, पुराना अंडा इत्यादि के बारे में कैसे पता लगा सकते हैं, यहां जानें...


अंडा चेक करने की विधि
आप एक गिलास में पानी भरें और इसमें अंडा डाल दें. यदि एग नीचे बैठ गया है तो यह फ्रेश है और अगर यह पानी में तैरने लगा है तो यह पुराना है और आपको इसके सेवन से बचना चाहिए.


चिकन कैसे चेक करें?


चिकन जब ताजा होता है तो इसका सरफेस एकदम ग्लॉसी और फर्म टेक्स्चर लिए हुए होता है. जबकि पुराने चिकन पर हल्के-हल्के लाल या काले निशान दिखाई देंगे. यदि ऐसा नहीं हो तो चेक करें कि चिकन छूने में चिपचिपा ना हो और इससे चिपचिपा पदार्थ ना निकल रहा हो और देखने में यह पीलापन लिए हुए ना हो. यदि इनमें से कोई भी लक्षण है तो चिकन पुराना है और फूड पॉइजनिंग की वजह बन सकता है.


मछली कैसे चेक करें?


मछली ताजी है या नहीं इसे चेक करने के लिए सबसे पहले आप इसके स्केल्स (Fish Scales)चेक करें. स्केल्स यानी इसके चारों तरफ निकले पंखनुमा नुकीले आकार. यदि ये एकदम शार्प और चमकदार नजर आ रहे हैं तो इसके बाद मछली की आंखें देखें, यदि मछली की आंखों पर सफेदी जमा नहीं है और ये चमक लिए हुए हैं तो फिर इसके गलफड़े (fish gills) चेक करें. ये चटक गुलाबी और लाल नजर आने चाहिए. यदि ऐसा है तो इस बात की  बहुत अधिक संभावना है कि मछली ताजी है. यदि स्केल्स आढ़े-तिरछे, आंखों पर सफेदी जमा हो और गलफड़े बुझे हुए यानी डल नजर आ रहे हैं तो समझ जाएं कि फिश यूज करने लायक नहीं है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 


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