Navratri Fasting: नवरात्रों में बहुत से लोग उपवास रखते हैं. सभी का उपवास रखने का अपना तरीका होता है. कोई दिन में एक बार खाता है तो कोई नौ दिन नमक नहीं खाता. कोई केवल फल खाता है तो कोई केवल पानी पीकर रहता है. तरीका कोई भी हो लेकिन तले-भुने गरिष्ठ खाने से दूर रहकर अगर उवपास किया जाए तो शरीर को फायदा ही होता है. व्रत के नाम पर आम दिनों से ज्यादा घी और शक्कर खाने वाले फास्ट से कोई फायदा नहीं केवल नुकसान होता है. इसी श्रेणी में आता है एक और तरह का फास्ट जिसे वेजिटेबल जूस फास्ट कहते हैं. इस उपवास में दिन में अलग-अलग सब्जियों के जूस का सेवन किया जाता है. अगर आपकी मेडिकल कंडीशन अच्छी हो और कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या न हो तो आप भी अपने हेल्थ केयर प्रोफेशनल की सलाह से ये फास्ट कर सकते हैं.


क्या होता है वेजिटेबल जूस फास्ट और कितने दिन तक कर सकते हैं?


वेजिटेबल जूस फास्ट का मुख्य काम आपके शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर शरीर की सफाई करना होता है. इस दौरान आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को आराम मिलता है. इन जूसेस में भारी मात्रा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालते हैं. ये वेट लूज करने से लेकर स्किन तक के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. चूंकि ये बहुत लाइट होते हैं इसलिए शरीर में आसानी से पच जाते हैं.


जहां तक कितने दिन तक ये फास्ट करने की बात है तो कम से कम एक पूरा दिन और अधिकतम तीन दिन इसे करने में कोई समस्या नहीं. हालांकि ये बहुत हद तक आपकी क्षमताओं पर निर्भर करता है. अपने शरीर की भी सुनें और लगें कि आपसे नहीं हो रहा या कोई समस्या हो रही है तो फास्ट न करें.


कैरेट जूस –


आप किसी भी सब्जी का जूस निकाल सकते हैं जैसे कैरेट जूस. इसके लिए लाल या नारंगी गाजर जो आपके यहां उपलब्ध हो उसका इस्तेमाल करें. इसमें थोड़ी सी अदरक डालें तो स्वाद अच्छा आएगा.




पालक का जूस –


पालक का जूस ग्रीन जूस की श्रेणी में भी आ जाता है. इसके लिए पालक के साफ पत्ते साथ में थोड़ी सी धनिया या लेमन ग्रास जो आपके यहां उपलब्ध हों डालें और जूस निकाल लें. ऊपर से नींबू का रस डालकर सेवन करें.




चुकन्दर का रस –


इसके लिए चुकन्दर मुख्य होता है. इसके साथ थोड़ा सा अदरक का टुकड़ा और एक या दो गाजर भी डाल सकते हैं. रस निकालकर हल्का सा नींबू का रस और नमक खाते हों तो सेंधा नमक डालकर सेवन करें.




इसी प्रकार आप किसी भी सब्जी का रस निकाल सकते हैं जैसे खीरा, लौकी, टमाटर वगैरह. याद रहे की जूस फ्रेश ही निकालें और दिन में चार से पांच बड़े ग्लास जूस का सेवन किया जा सकता है. कोई परेशानी महसूस हो तो इसे आगे न बढ़ाएं.


नोट - यहां दी गई जानकारी सांकेेतिक है. कोई भी तरीका अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से राय जरूर ले लें. 


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