Sonam Kapoor On Gentle Birth Method: सोनम कपूर (Sonam Kapoor) और उनके पति आनंद आहूजा (Anand Ahuja) ने 20 अगस्त 2022 को अपने पहले बच्चे का स्वागत किया. सोनम ने बेटे 'वायु' के जन्म पर फैंस के साथ खुशी शेयर करते हुए इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया. जिसमें उन्होंने लिखा हम खुले दिल से अपने बेटे का स्वागत करते हैं. इस पूरी जर्नी में हमारा साथ देने वाले डॉक्टरों, नर्सों और फैमिली मेंबर को बिग थैंक्यू जिन्होंने हर कदम पर हमारा साथ दिया.


बता दें कि सोनम ने सोशल मीडिया पर बच्चे के जन्म के पहले, बच्चे के जन्म के बाद और प्रेग्नेंसी के दौरान की कई सारी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की हैं. इन तस्वीरों को शेयर करने के बाद सोनम से उनके फैंस कई तरह के सवाल पूछ रहे हैं. इसी बीच सोनम के एक फैंस ने उनसे पूछा आपने बच्चे को सी- सेक्शन के जरिए जन्म दिया है या 'नॉर्मल डिलीवरी'. इस पर सोनम ने जवाब देते हुए कहा- मैंने अपने बच्चे को जन्म देने के लिए 'जेंटल बर्थ मेथड' का सहारा लिया था.


सोनम कपूर शेयर की प्रेग्नेंसी की पूरी जर्नी


सोनम अपनी प्रेग्नेंसी की पूरी जर्नी का एक्सपीरियंस शेयर करते हुए लिखती हैं,'मैं अपने बच्चे को नेचुरल तरीके से जन्म देना चाहती थी. मैंने डॉक्टर गौरी मोथा से 'जेंटल बर्थ मेथड' पर सलाह लिया. उन्होंने इस पूरे मेथड पर एक बहुत ही प्यारी सी किताब लिखी है. जिसमें लेबर पेन की पूरी जानकारी अच्छे से विस्तारपूर्वक बताया गया है. साथ ही यह भी बताया गया है कि लेबर पेन में होने वाले दर्द से कैसे निपटा जाए.'


सोनम आगे कहती हैं,' डॉ मोथा लंदन के एनएचएस में प्रैक्टिस करती हैं. मैंने उन्हें देखा है वह काफी दूसरी मेथड पर भी काम करती हैं और मैं उनपर आंख बंद करके विश्वास करती हूं. डॉ मोथा के आयुर्वेदिक, होम्योपैथी के इस्तेमाल से मेरी बच्चे की डिलीवरी आसान हो गई. उनके सभी सिखाएं हुए चीजों की बदौलत मेरे बच्चे की नेचुरल डिलीवरी संभव हो पाई. साथ ही बहुत आराम से बिना किसी दिक्कत के मैं ब्रेस्ट फीडिंग भी करवाती हूं.' 


'जेंटल बर्थ मेथड' क्या है?


जेंटल बर्थ मेथड' डॉ मोथा द्वारा डिज़ाइन की गई एक नई तकनीक है. इस तकनीक का एक ही मकसद है प्रेग्नेंट महिलाएं आराम, शांत दिमाग और आत्मविश्वास के साथ बच्चे को जन्म दें. इस तकनीक की मदद से आप पूरी तरह पॉजिटीव रहते हैं. इसका एक लंबा चौड़ा सेशन चलता है जिसमें 18 सप्ताह तक शुगर फ्री खाना और प्रेग्नेंसी के दौरान रेगुलर योगा करना भी शामिल है.


बच्चे के जन्म के समय मां को अधिक आत्मविश्वासी, आराम और शांत रहना बेहद जरूरी है. यह तकनीक ब्रिटेन में काफी समय से है और हाल ही में इंडिया में भी शुरू किया गया है. यह एक वेलनेस प्रोग्राम है. एलांटिस हेल्थकेयर नई दिल्ली के प्रबंध निदेशक और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ मन्नान गुप्ता ने कहा,'भारत में भी प्रेग्नेंट महिलाओं को होने वाली दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए इस प्रोग्राम को शुरू किया गया है.'


डॉ मन्नान गुप्ता के मुताबिक 'जेंटल बर्थ मेथड' में क्या करना होता है?


इसमें शांत शरीर के लिए योग और ध्यान शामिल है.


पिछले 4 महीनों में सही भोजन करना, जो शुगर-फ्री और गेहूं-फ्री हो.


लेबर पेन के अनुभव को पॉजिटीव माइंड से झेलना.


हिप्नोथेरेपी करना ताकि मां सहज और शांत लेबर पेन की कल्पना कर सकें.


अगर महिलाएं ऐसा करती हैं, तो उनकी डिलीवरी ज्यादा आरामदायक होती है. इस वेलनेस प्रोग्राम का फायदा यह है कि इससे मां बेहद ही पॉजिटीव माइंड से बच्चे को जन्म देती है. 



'जेंटल बर्थ मेथड' के दौरान इस प्रोसेस से गुजरना पड़ता है


अगर आप भी बच्चे को जन्म देने के लिए 'जेंटल बर्थ मेथड' को चुनना चाहती हैं, तो अपने डॉक्टर की जरूर सलाह लें. इस मेथड से जो डॉक्टर बच्चे करवाते हैं वह सबसे पहले आपको एक डाइट चार्ट देंगे. जिसमें शुगर फ्री खाना , जिस खाने में गेहूं नहीं होगा और ग्लूटोन फ्री खाना देंगे. इस पूरे प्रोसेस के दौरान आपको ज्यादा से ज्यादा आराम करने के लिए कहा जाएगा. जिससे आपका दिमाग और शरीर दोनों शांत रहे. कई डॉक्टर हैं जिन्हें दिल्ली में जेंटल बर्थ मेथड के लिए ट्रेंड किया गया है.


सोनम ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने प्रेग्नेंसी के दौरान तरह- तरह का मसाज भी करवाया था. जिसे बेबी के नेचुरल बर्थ में काफी मदद मिली. सोनम ने यह भी कहा कि मालिश के दौरान पीठ के बल लेटना सबसे ज्यादा आरामदायक होता है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी को केवल सुझाव के तौर पर लें, इस तरह के किसी भी उपचार, इलाज या डाइय पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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