Post Pregnancy Changes: प्रेगनेंसी हर महिला के लिए एक बहुत ही चैलेंजिंग फेज़ होता है. प्रेग्नेंसी के दौरान तो महिलाओं के शरीर में बदलाव आते ही हैं. डिलीवरी के बाद भी कुछ बड़े बदलाव आते हैं. अगर आप भी मां बनने की तैयारी कर रही हैं तो हम आपको पोस्ट डिलीवरी चेंजेस के बारे में कुछ जानकारी दे रहे हैं.
बालों का झड़ना-विशेषज्ञों का मानना है कि डिलीवरी के एक हफ्ता के बाद से ही महिलाओं के बाल झड़ने लगते हैं. आमतौर पर डिलीवरी के 6 महीने तक औरतों को इस समस्या से जूझना पड़ता है. लेकिन सही केयर करने से बाद में बाल का ग्रोथ फिर से ठीक हो जाता है. ऐसा हार्मोनल चेंजेज की वजह से होता है.
चेहरे में बदलाव- डिलीवरी के बाद कई सारी महिलाओं के चेहरे में भी बदलाव आते हैं. ड्राइनेस की समस्या हो जाती है. इसके अलावा चेहरे पर पिगमेंटेशन भी आ जाती है. यही वजह है कि डिलीवरी के बाद अक्सर डॉक्टर ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह देते हैं. इससे स्किन हाइड्रेट रहती है और चेहरे का ग्लो भी बरकरार रहता है.
वजाइना में दर्द- महिलाओं को डिलीवरी होने के बाद वजाइना में दर्द होने की भी समस्या हो जाती है. डिलीवरी के बाद वजाइना के आसपास वाले हिस्से में लगभग 6 सप्ताह तक दर्द और सूजन रह सकती है. इन्हें रिकवर करने में समय लगता है. 4 से 6 हफ्ते के अंदर दर्द और सूजन अपने आप धीरे-धीरे कम होने लगता है. इसके अलावा पीरियड्स भी काफी लेट से शुरू होता है ज्यादातर यह समस्या नॉर्मल डिलीवरी में देखा जाता है ऐसे में आपको घबराने की जरूरत नहीं है.
ब्रेस्ट में बदलाव- ब्रेस्ट में बदलाव होने की समस्या सभी महिलाओं के साथ होती है. ब्रेस्ट में दर्द और सूजन जैसी चीजें होना काफी आम बात है. दरअसल प्रेगनेंसी में स्तन पेट और जांघों की त्वचा खींची जाती है. इस वजह से ब्रेस्ट में बदलाव होने लगते हैं.
कपड़े और सैंडल के साइज में बदलाव-प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं का वजन 15 से 16 की जी बढ़ जाता है. ऐसे में कपड़े छोटे होने लगते हैं. सैंडल के साइज में बदलाव आ जाता है. बता दें कि ज्यादा वजन पैरों में बहुत अधिक दबाव पैदा कर सकता है. इस कारण पैर का आर्च चपटा हो जाता है, जिस कारण पुराने चप्पल छोटे होने लगते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.