Pica Disorder: बचपन में ज्यादातर बच्चे चाक, मिट्टी, बर्फ और पेपर आदि जैसी अजीबोगरीब चीज़ें खाते और चबाते हैं. बच्चे तो बच्चे लेकिन कई वयस्क भी इन्हें खाते देखे जाते हैं. आपने भी शायद अपने आसपास कई लोगों को मिट्टी के कुल्हड़-मटके आदि खाते हुए देखा होगा. मगर क्या आप जानते हैं कि ये कोई आम बात नहीं है, बल्कि एक तरह का डिसऑर्डर है. इसका एक कारण शरीर में आयरन की कमी भी है. भारतीय लोगों में आयरन की कमी बहुत आम समस्या है. कई बार इसकी वजह से भी इन अजीबोगरीब चीज़ों को खाने की लालसा पैदा होती है. 


अगर आपको सिर दर्द, चक्कर आना, बाल झड़ना और पीली स्किन जैसी समस्या दिखाई पड़ती है, तो हो सकता है कि ये सब आयरन की कमी के कारण हो रहा हो. हालांकि चाक, मिट्टी, बर्फ और पेपर आदि जैसी अजीबोगरीब चीज़ें खाने की लालसा पैदा होने की एक वजह पिका रोग भी है. 


पिका क्या है?


पिका एक ईटिंग डिसऑर्डर है. इस डिसऑर्डर में किसी व्यक्ति में ऐसी चीज़ों को खाने की लालसा पैदा होती है, जो असल में खाने लायक नहीं होतीं, जैसे- चाक, मिट्टी, साबुन, बाल, बर्फ और कागज आदि.


पिका के कारण क्या हैं?


डॉक्टरों का कहना है कि आयरन की कमी की वजह से ऐसी चीज़ों का खाने का मन करता है. यही पीका डिसऑर्डर के पैदा होने का कारण भी बनता है. यह कई बार जिंक की कमी और एनीमिया की वजह से भी हो सकता है. इस डिसऑर्डर को हेल्दी सप्लीमेंट्स की मदद से ठीक किया जा सकता है. हालांकि अगर ये मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर का परिणाम है, तो डॉक्टर से इस बारे में बात करनी चाहिए. ध्यान रहे कि किसी भी आशंका की स्थिति में तुरंत डॉक्टर का रूख करना चाहिए, क्योंकि देरी करने की वजह से कई बार सुधरने वाली समस्याएं काफी बिगड़ जाती हैं.   


किसको आयरन की कमी का ज्यादा खतरा?


1. शाकाहारी लोगों


2. प्रेग्नेंट औरतों


3. हैवी पीरियड्स वाली महिलाएं


4. रेगुलर ब्लड डोनर


5. जो लोग अच्छी तरह से आयरन को अब्जॉर्ब नहीं कर पाते


6. शिशु और बच्चों


7. प्रीमैच्योर बच्चे


8. जिन बच्चों को पर्याप्त ब्रेस्ट मिल्क नहीं मिलता


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