Sings of Uric Acid: अक्सर लोग जोड़ों में हल्का दर्द या सूजन को सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह आपके शरीर में हाई यूरिक एसिड का शुरुआती संकेत हो सकता है. समय रहते इसे पहचानना जरूरी है, वरना यह गठिया जैसी गंभीर समस्या का कारण बन सकता है. डॉ. हंसाजी बताती हैं कि, "यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने पर यह जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमने लगता है, जिससे सूजन, लालिमा और तेज दर्द होता है. "

Continues below advertisement

ये भी पढे़- सुबह उठते ही हाथ-पैर में महसूस होता है दर्द, कहीं इस बीमारी के लक्षण तो नहीं?

यूरिक एसिड बढ़ने पर दर्द कहां होता है?

Continues below advertisement

  • पैर के अंगूठे में तेज दर्द – यह सबसे आम लक्षण है. दर्द अचानक शुरू होता है और रात के समय ज्यादा महसूस होता है.
  • घुटनों और टखनों में सूजन – सूजन के साथ गर्माहट और दबाव पड़ने पर दर्द बढ़ सकता है.
  • हाथ की उंगलियों में अकड़न – खासकर सुबह के समय हाथ मुड़ाने या काम करने में तकलीफ.
  • एड़ी में दर्द – चलने या खड़े होने में दिक्कत होने लगती है. 

यूरिक एसिड बढ़ने के कारण

  • ज्यादा मात्रा में रेड मीट और सीफूड का सेवन
  • शक्कर और मीठे पेय पदार्थों की आदत
  • शराब, खासकर बीयर का ज्यादा सेवन
  • मोटापा और कम शारीरिक गतिविधि
  • किडनी की समस्या के कारण यूरिक एसिड का सही से बाहर न निकलना

कब जाएं डॉक्टर के पास?

अगर आपको बार-बार इन हिस्सों में दर्द, सूजन और लालिमा महसूस हो, तो तुरंत ब्लड टेस्ट करवाएं. लंबे समय तक इलाज न करने पर यह क्रॉनिक गाउट, किडनी स्टोन और किडनी डैमेज तक पहुंच सकता है.

हाई यूरिक एसिड से बचाव के उपाय

  • रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं
  • मीट, शराब और शक्करयुक्त ड्रिंक्स से परहेज करें
  • ताजे फल और हरी सब्जियां डाइट में शामिल करें
  • नियमित एक्सरसाइज करें और वजन नियंत्रित रखें
  • लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें

शरीर के किसी हिस्से में लगातार होने वाला दर्द कभी नजरअंदाज न करें, खासकर अगर यह जोड़ों से जुड़ा हो. हाई यूरिक एसिड का समय पर पता लगाना और उसका इलाज करना आपके जोड़ों को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकता है.

ये भी पढ़ें: गैस की वजह से दर्द या हार्ट अटैक? समझें दोनों में अंतर, जो समझ नहीं पाते लोग

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.