Nipah Virus Symptoms: बरसात के महीने में फ्लू (flu)का कहर छा जाता है. इस दौरान संक्रमण के चलते कई लोग फ्लू के शिकार बनकर बुखार की जद में आ जाते हैं. लेकिन कई बार जिसे हम नॉर्मल फ्लू समझकर नजरंदाज कर देते हैं, वो किसी बड़े खतरे का संकेत भी हो सकता है. ऐसा ही एक खतरा आजकल छा रहा है जिसे निपाह वायरस (nipah virus)कहा जा रहा है. साउथ इंडिया में निपाह वायरस के मामलों में तेजी देखी जा रही है और हेल्थ एक्सपर्ट भी इसे लेकर जनता को सचेत कर रहे हैं. ऐसे में आपका ये जानना जरूरी है कि खतरनाक निपाह वायरस के लक्षण (nipah virus symptoms)क्या हैं ताकि समय रहते इसका बचाव और इलाज संभव हो सके. 

 

कैसे फैलता है निपाह वायरस

निपाह वायरस के बारे में कहा जा रहा है कि ये जानवरों के जरिए फैलता है और इंसानों में इसके चलते मौत तक हो जाती है. इसे जूटोनिक वायरस भी कहा जा रहा है. घोड़े, कुत्ते, सूअर, बकरी और बिल्ली जैसे जानवरों के जरिए निपाह वायरस इंसानों को तेजी से अपना शिकार बना रहा है. इसके कई लक्षण बिलकुल आम वायरल बुखार की तरह हैं और यही कारण है कि लोग इसको लेकर लापरवाह हो जाते हैं और स्थिति बिगड़ने पर जानलेवा बन जाती है. 

 

निपाह वायरस के इन लक्षणों को ना करें इग्नोर 

हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि निपाह वायरस के संपर्क में आने पर किसी इंसान में 5 से लेकर 15 दिनों तक इसके लक्षण दिखने लगते हैं. सबसे पहले बुखार और सिरदर्द की परेशानी होती है और फिर खांसी, बलगम औऱ सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. निपाह वायरस जब शरीर पर अपना असर करने लगता है तो बुखार बना रहता है औऱ गला खराब हो जाता है. मरीज को उल्टी और दस्त की शिकायत हो जाती है. मरीज बहुत ज्यादा कमजोरी फील करता है औऱ उसकी मांसपेशियों में दर्द होने लगता है.

 

निपाह वायरस में स्थिति गंभीर होने पर क्या होता है 

अगर इन लक्षणों को लंबे समय तक इग्नोर किया जाए तो मरीज के दिमाग तक निपाह वायरस का संक्रमण फैल सकता है जिससे स्थिति जानलेवा बन सकती है. ऐसी स्थिति में मरीज भ्रम का शिकार होता है, उसे बोलने में दिक्कत होने लगती है. इसके अलावा बेहोशी छाना या फिर दौरा पड़ने के भी खतरे उभरते हैं. ऐसे में जरूरी है कि निपाह वायरस के कहर के इस दौर में किसी भी इंसान को आम बुखार और फ्लू को भी नजरंदाज नहीं करना चाहिए. अगर ऐसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

 

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