Poisonous Fungus Cancer Treatment: कभी खेतों की फसल को बर्बाद करने वाली एक जहरीली फंगस अब इंसानी जिंदगियों को नया जीवन देने की उम्मीद बन गई है. विज्ञान की दुनिया में यह एक चमत्कार से कम नहीं कि वही एस्परगिलस फ्लेवस (Aspergillus Flavus) फंगस, जो जहर के समान मानी जाती थी, अब कैंसर के इलाज में कारगर साबित होगी. अमेरिकी वैज्ञानिकों की एक टीम ने इस फंगस से एक खास तत्व निकालकर ऐसा इलाज तैयार किया है, जो कैंसर के खिलाफ युद्ध में बड़ी सफलता साबित हो सकता है.

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एस्परगिलस फ्लेवस क्या है 

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एस्परगिलस फ्लेवस एक ऐसा फंगस है जो फसलों में पाया जाता है और ‘अफ्लाटॉक्सिन’ नाम का जहर बनाता है. यह जहर मनुष्यों के लीवर और अन्य अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है. लेकिन अब वैज्ञानिकों ने इसी फंगस से एक ऐसा रासायनिक तत्व खोजा है जो कैंसर की कोशिकाओं को खत्म करने की क्षमता रखता है, वो भी बिना स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाए.

कैसे काम करती है ये दवा?

वैज्ञानिकों ने इस फंगस से एक प्राकृतिक यौगिक को अलग किया है, जो ट्यूमर सेल्स के DNA में बदलाव कर उन्हें नष्ट कर देता है. खास बात यह है कि ये प्रक्रिया शरीर की सामान्य कोशिकाओं को प्रभावित नहीं करती, जिससे साइड इफेक्ट्स की संभावना भी कम हो जाती है. ये दवा फिलहाल प्री-क्लिनिकल ट्रायल के चरण में है, लेकिन शुरुआती नतीजे बेहद आशाजनक हैं.

विज्ञान की एक बड़ी छलांग

कैंसर के इलाज में अभी तक कीमोथेरेपी, रेडिएशन और सर्जरी जैसे उपाय प्रमुख रहे हैं. लेकिन इन सभी का शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ता है. अगर यह नई दवा सफल होती है, तो यह कैंसर के इलाज को कम दर्दनाक और अधिक प्रभावी बना सकती है.

भविष्य की उम्मीदें

वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दो से तीन सालों में इस दवा के क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो सकते हैं. अगर यह दवा मानव शरीर पर भी उतनी ही असरदार साबित होती है, जितनी लैब में हुई रिसर्च में दिखी है, तो कैंसर पीड़ितों के लिए यह एक क्रांतिकारी बदलाव होगा.

कभी जो फंगस जानलेवा मानी जाती थी, वही अब जीवनदायिनी बनकर उभरी है. यह शोध न केवल चिकित्सा क्षेत्र में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह भी साबित करता है कि प्रकृति के हर तत्व में दो चेहरे होते हैं. एक विनाश का और दूसरा जीवन का. जरूरत है तो उसे समझने, सुधारने और सही दिशा में इस्तेमाल करने की. कैंसर से जूझते लाखों मरीजों के लिए यह एक नई रौशनी की किरण है.

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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.