तोक्यो: जापानी शोधकर्ताओं ने एक नई दवा डवलप की है, जिससे काग्निटिव एबिलिटी में बढ़ोत्‍तरी और ब्रेन में एमलॉयड बीटा प्रोटीन की उत्पत्ति में कमी लाई जा सकती है. इससे अल्जाइमर का ट्रीटमेंट करने में भी मदद मिलने की संभावना है. जापान के तोहोकु यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया है कि टी-प्रकार के कैल्शियम चैनल को बढ़ावा देने वाला ‘एसएके-3’ ब्रेन में एसिटोकोलिन के स्राव में इजाफा करते हैं और साथ ही मेमेारी टिश्‍यू कैएमकेआईआई को एक्टिव करके काग्निटिव एबिलिटी को बेहतर बनाते हैं. एसिटोकोलिन ब्रेन का एक न्यूरोट्रांसमीटर है, जो मेडिटेशन और काग्निटिव एबिलिटी के नियंत्रण में अहम भूमिका निभाता है. एसिटोकोलिन सिस्‍टम के ठीक से काम नहीं करने को ही अल्जाइमर और वस्‍कुलर डिमेंशिया के लिए जिम्मेदार माना जाता है. तोहोकु यूनिवर्सिटी के कोह्जी फुकुनागा के मुताबिक रिसर्च के दौरान यह पाया गया कि ‘एसएके-3’ एमलाइड बीटा प्रोटीन की उत्पत्ति में कमी लाने में सक्षम है. शोधकर्ताओं के मुताबिक अगले कुछ सालों में इस दवा का क्लीनिकल टेस्‍ट शुरू किया जाएगा.