Migraine Pain Relief: जिंदगी में तनाव की वजह से हर इंसान को भयानक सिरर्द होता है जो माइग्रेन जैसी गंभीर बीमारी में बदल जाता है. यह स्थिति इतनी आम हो गई है कि इसने दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित किया है. इसके अलावा, यह केवल तनाव ही नहीं है, बल्कि कई अन्य कारण भी हैं जैसे पर्यावरणीय ट्रिगर, हार्मोनल परिवर्तन और कई अन्य कारण जो किसी व्यक्ति में माइग्रेन का कारण बन सकते हैं. जब इसके इलाज की बात आती है तो दवा बहुत जरूर होती है, लेकिन आहार और जीवन शैली का भी ध्यान रखना चाहिए. ये दोनों ही हैं, जो इस स्थिति को कम करने में मदद करते हैं और लंबे समय में माइग्रेन को ठीक करने में मदद कर सकते हैं. कुछ खाद्य पदार्थ जैसे एवोकाडो, बीज और मेवे, पानी, हरी पत्तेदार सब्जियां और कई जड़ी-बूटियां और मसाले हैं जो माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं. अगर आप भी ऐसी स्थिति से पीड़ित हैं, तो यह लेख आपकी मदद कर सकता है.


पानी और जूस


डिहाइड्रेशन माइग्रेन के लिए एक सामान्य ट्रिगर है. माइग्रेन पीड़ितों के लिए पानी, नींबू पानी, अदरक की चाय, या आंवला या एलोवेरा जैसे फलों और सब्जियों से बने जूस पीने से हाइड्रेटेड रहना जरूरी होता है.


हरे पत्ते वाली सब्जियां


हरी पत्तेदार सब्जियों में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व होते हैं, जैसे मैग्नीशियम जो अच्छे मस्तिष्क स्वास्थ्य और तंत्रिका कार्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है. ये माइग्रेन के लिए सबसे अच्छा आराम देने वाले खाद्य पदार्थों में से एक हैं. पालक और लेट्यूस जैसी सब्जियां दिमाग और नसों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती हैं.


बीज और मेवे


बादाम जैसे बीज और मेवे स्वस्थ वसा और कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं जो तनाव को कम करने और नसों को मुक्त करने में मदद कर सकते हैं जिससे मस्तिष्क का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है. माइग्रेन के रोगी को नियमित रूप से बीज और नट्स का सेवन करना चाहिए.


डार्क चॉकलेट


डार्क चॉकलेट में मैग्नीशियम होता है, जो हार्मोनल संतुलन में मदद करता है और सूजन को कम करता है जो कि माइग्रेन में योगदान देने वाले दो प्रमुख कारक हैं. अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्हें बार-बार सिरदर्द होता है, तो डार्क चॉकलेट बहुत मदद कर सकती है.


फैटी मछली


सामन, सार्डिन और मैकेरल जैसे खाद्य पदार्थ ओमेगा-3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत हैं जो माइग्रेन की गंभीरता को कम करने में सहायक होते हैं. ओमेगा-3 फैटी एसिड में सूजनरोधी प्रभाव होता है जो कुछ व्यक्तियों में माइग्रेन को कम करने में मदद करता है. यह जानना जरूरी है कि माइग्रेन के लिए कोई एक आकार-फिट-सभी इलाज नहीं है, किसी भी नए आहार से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.