Michelle ObamaOn Menopause: किसी भी महिला के जीवन में मासिक धर्म (menstruation) जितना जरूरी होता है मेनोपॉज (Menopause) की स्थिति भी उतनी ही महत्वपूर्ण है. यह वह प्रक्रिया है जब मासिक चक्र की प्रक्रिया रुक जाती है. आमतौर पर इस चक्र के रुकने की अवधि 45 से 50 साल होती है. यह महिला के जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है लेकिन जानकारी सीमित होना और जागरूकता कम होने के चलते यह एक कठिन दौर बन जाता है जो शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक तनाव दे देता है.


अक्सर महिलाएं इस पर बात करने से कतराती हैं लेकिन 58 साल की पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा (Michelle Obama) ने महिलाओं के शरीर में हार्मोन परिवर्तन पर सार्वजनिक रूप से चर्चा की है. मिशेल ओबामा ने इस टॉपिक पर बात करके महिलाओं की उस संकोच को दूर करने की कोशिश की है जिस वजह से वह अपनी परेशानी को दूसरों के सामने रख नहीं पाती थी.


मेनोपॉज पर क्या बोलीं फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा


अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला (First Lady) ने हाल ही में अपनी पुस्तक द लाइट वी कैरी (The Light We  Carry) की रिलीज से पहले पीपल मैगजीन (People Magazine)के साथ मेनोपॉज के दौरान होने आने वाली चुनौतियों पर बात की है. उन्होंने कहा कि इस पर बातचीत करने के लिए बहुत ज्यादा कुछ नहीं है. मैं इस से गुजर रही हूं, और मुझे पता है कि मेरे दोस्त भी इस से गुजर रहे हैं. वो बताती हैं कि इस दौर में उन्हें दोस्तों से भी बहुत मॉरल सपोर्ट मिला है. हम आपस में बात करते हैं. हंसते हैं, एक साथ अपने चुनौतियों को शेयर करते हैं, इससे कई वास्तविक जानकारी मिलती है जो आपको इस कठिन दौर में मदद करती है.


खुद को अलग नजरिए से देखने की जरूरत


मिशेल इस दौरान आने वाली बदलाव को स्वीकर करती हैं. उन्होंने कहा कि अगर मैं चल सकती हूं और आगे बढ़ सकती हूं तो मुझे दौड़ने की जरूरत नहीं है. मुझे हर किसी को हराने की जरूरत नहीं है. मुझे अपने स्वास्थ्य के क्षेत्र में खुद देखने के तरीके को बदलना होगा. मैं कभी भी अपना वजन नहीं करती. मैं संख्याओं से स्टिक रहने की कोशिश नहीं करती.उन्होंने कहा कि मैं शारीरिक रूप से सक्रिय हूं. और मेरा लक्ष्य अब पहले जैसी मिशेल ओबामा होने के बजाय मैं बस चलते रहना चाहती हूं.


मेनोपॉज (Menopause) के बाद उनके वर्कआउट में कितना बदलाव आया है इस पर बात करते हुए उन्होंने इस बात को स्वीकारा कि, वह पहले जितना खुद को वर्कआउट की तरफ नहीं धकेल सकती. इसकी कुछ वजह मेनोपॉज है, तो कुछ उम्र का बढ़ना है. वो कहती हैं कि हम सब मेनोपॉज के उस दौर से गुजर रहे हैं, जिसमें कमर का बढ़ना, वेट गेन होना सामान्य है. इन सब को लेकर मुझे ऑब्सेसिव होकर नहीं बल्कि सोच समझकर चलने की जरूरत है.


इस वजह से खुद को ब्लेस्ड मानती हैं मिशेल


वर्तमान में अपने फिटनेस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह कार्डियो स्ट्रैचिंग अधिक करने के बजाय अपनी फिटनेस को लचीला बनाने पर ज्यादा ध्यान रखती हैं. वो कहती है कि शरीर को संतुलित रखने के लिए जितनी फिटनेस की आवश्यकता है उतना वो मेंटेन कर पा रही हैं. मिशेल ओबामा खुद को खुशकिस्मत मानती हैं कि मेनोपॉज (Menopause) के दौरान उन्हें किसी तरीके का बहुत ज्यादा मूड स्विंग का अनुभव नहीं हुआ. उन्हें ये एक तरह से आशिर्वाद लगता है कि उनकी त्वचा अभी भी स्वस्थ है। उनके बाल अभी भी सिर में हैं. वह इन चीजों को आशीर्वाद के रूप में गिनती है.