Schizophrenia: घर में पेट्स रखना बहुत से लोगों का शौक होता है. कुछ लोग डॉग पालते हैं तो कुछ को बिल्ली पसंद होती हैं, जबकि कुछ खरगोश या बाकी पालूत जानवर रखते हैं. रिसर्च में पाया गया है कि अगर आप पालतू पशुओं के साथ वॉक या खेलते हैं तो ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड लेवल कंट्रोल में रहता है. पालतू जानवर साथ रहने से डिप्रेशन और अकेलापन भी नहीं होता है. हालांकि, हाल ही में हुए आस्ट्रेलिया में हुए एक रिसर्च में पाया गया कि अगर आप बिल्ली (Cat) पालते हैं तो सिजोफ्रेनिया (Schizophrenia) नाम की मेंटल बीमारी हो सकती है. जानिए कितनी खतरनाक ये बीमारी...

 

क्या बिल्ली पालन खतरनाक है

क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी में हुई एक स्टडी में पाया गया कि बिल्लियों से मेंटल डिसऑर्डर हो सकता है. दोनों में गहरा कनेक्शन है. बिल्लियों के संपर्क में रहने वालों में सिजोफ्रेनिया होने का खतरा दोगुना ज्यादा रहता है. स्टडी बताती है कि बिल्ली में टोक्सोप्लाज्मा गोंडी पैरासाइट होता है, जो इंसानों में ट्रांसमिट हो सकता है. इसकी वजह से इंफेक्शन हो सकता है. खाना या पानी के जरिए यह बिल्लियों के शरीर में पहुंच सकता है और बिल्लियों के पूप में मौजूद पैरासाइट इंसानों तक पहुंच सकता है.

 

सिजोफ्रेनिया क्या है

यह एक गंभीर मेंटल डिसऑर्डर है. इसका कारण हैजूसिनेशन, अव्यवस्थित सोच, ज्यादा कल्पना करना, अजीब व्यवहार है. यह मेंटल डिसऑर्डर तनाव से जुड़ा है या अनुवांशिकी होता है. कुछ मामलों में यह बीमारी पालतू जानवरों से भी हो सकता है. सिजोफ्रेनिया से सिर्फ एक प्रतिशत लोग ही प्रभावित होते हैं. यह ब्रेन फंक्शन को प्रभावित  कर सकता है. इसकी वजह से अल्जाइमर जैसी समस्याएं हो सकती हैं. 

 

घर में है बिल्ली तो इस तरह बरतें सावधानियां

 

1. बिल्ली या पेट्स को छूने या उसके साथ खेलने के बाद हमेशा ही अपने हाथों को अच्छी तरह वॉश करना चाहिए.

2. पेट्स को खाना खिलाने या उनका बचा खाना हटाने के बाद भी हैंड वॉश करें.

3. पेट्स के घर यानी केज, टैंक, खिलौने, भोजन-पानी के बर्तन साफ करने या छूने पर भी हाथों की सफाई करें.

4. पेट्स की सफाई या उन्हें नहलाने के बाद सफाई कर लें. उनके पूप या एनस को अगर छूते हैं तो हाथ को साबुन से अच्छी तरह धोएं.

5. बिल्लियों को कच्चा या अधपका मांस खिलाने से बचें. उनके कूड़े वाले डिब्बे की रोजाना सफाई करें.

 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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