How Much Water Should You Drink For Kidneys: किडनी की बीमारी अक्सर कई सालों तक चुपचाप बढ़ती रहती है. जब तक थकान, हाथ-पैरों में सूजन या पेशाब की मात्रा में बदलाव जैसे लक्षण दिखते हैं, तब तक किडनी को काफी नुकसान हो चुका होता है. राहत की बात यह है कि रोजमर्रा की कुछ छोटी-छोटी लेकिन सही आदतें अपनाकर किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है और इस बीमारी का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है. डॉ. सुकान्तो किशोर दास मणिपाल हॉस्पिटल, भुवनेश्वर में सीनियर कंसल्टेंट (नेफ्रोलॉजी) के मुताबिक, बचाव की शुरुआत व्यक्ति की अपनी जागरूकता और स्वस्थ लाइफस्टाइल अपनाने की उद्देश्य  से होती है.

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नेचुरल तरीकों से किडनी की सुरक्षा

किडनी शरीर का फिल्टर है, जो विषैले तत्वों को बाहर निकालने और जरूरी मिनरल्स व तरल पदार्थों का संतुलन बनाए रखने का काम करती है. इसलिए ऐसी आदतें अपनाना जरूरी है, जो किडनी पर अनावश्यक दबाव न डालें. संतुलित और हेल्दी डाइट इसमें अहम भूमिका निभाती है. फल-सब्जियां, साबुत अनाज और सीमित मात्रा में लीन प्रोटीन को भोजन में शामिल करना फायदेमंद रहता है. वहीं, प्रोसेस्ड फूड, ज्यादा चीनी और नमक का सेवन कम करने से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है, जिससे किडनी को लंबे समय तक नुकसान से बचाया जा सकता है. खासतौर पर प्रोटीन की मात्रा सीमित रखने से किडनी पर पड़ने वाला दबाव कम होता है.

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हाइड्रेशन है सबसे जरूरी

किडनी को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त पानी पीना बेहद जरूरी है. इससे शरीर से अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकलते हैं और किडनी स्टोन का खतरा कम होता है. हालांकि, जरूरत से ज्यादा पानी पीना भी नुकसानदेह हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें पहले से कोई बीमारी है. इसके अलावा शराब, मीठे पेय और सॉफ्ट ड्रिंक्स से दूरी बनाना किडनी पर बोझ कम करता है और वजन संतुलन में भी मदद करता है.

शारीरिक गतिविधि की भूमिका

नियमित व्यायाम से रक्त संचार बेहतर होता है, ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और डायबिटीज का खतरा कम होता है, ये सभी किडनी की बीमारी के बड़े कारण हैं. रोजाना 30 मिनट की हल्की-फुल्की गतिविधि जैसे तेज़ चाल से चलना, योग या तैराकी भी काफी फायदेमंद साबित हो सकती है. इसके साथ ही वजन को नियंत्रित रखना भी जरूरी है, क्योंकि मोटापा डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ा हुआ है, जो किडनी को तेजी से नुकसान पहुंचा सकते हैं.

बचाव के लिए जरूरी कदम

किडनी की बीमारी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है नियमित स्वास्थ्य जांच. समय-समय पर ब्लड प्रेशर की जांच, यूरिन टेस्ट और किडनी फंक्शन टेस्ट से शुरुआती संकेतों को समय रहते पकड़ा जा सकता है. जिन लोगों के परिवार में किडनी रोग, डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर का हिस्ट्री रहा हो, उन्हें खासतौर पर सतर्क रहना चाहिए और नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लेते रहना चाहिए. किडनी की सेहत सीधे आपकी सेहत से जुड़ी होती है. सही खान-पान, नियमित व्यायाम, तनाव पर कंट्रोल और तंबाकू से दूरी जैसी आदतें अपनाकर किडनी की बीमारी के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है. भले ही ये उपाय साधारण लगें, लेकिन रोजमर्रा की यही स्वस्थ आदतें किडनी को लंबे समय तक सुरक्षित रखने का सबसे भरोसेमंद तरीका हैं.

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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.