Patient Rights During Medical Treatment: अस्पताल और डॉक्टर अपनी ओर से पूरी कोशिश करते हैं कि हर मरीज को बेहतरीन इलाज मिले. लेकिन इलाज के दौरान कुछ जिम्मेदारियां मरीज की भी होती हैं, और साथ ही कुछ अधिकार भी, जिनके बारे में जानना बेहद जरूरी है. ज्यादातर अस्पताल इन अधिकारों और जिम्मेदारियों की सूची उपलब्ध कराते हैं ताकि मरीज और उनके परिजन इलाज का पूरा लाभ उठा सकें. चलिए आपको बताते हैं कि अगर आप अस्पताल में इलाज करवाते हैं, तो आपका अधिकार क्या-क्या है और इसके साथ वहां पर आपकी जिम्मेदारी क्या-क्या है. 

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मरीज के अधिकार

मरीज को अस्पताल में रहते हुए निम्नलिखित अधिकार दिए जाते हैं.

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  • इलाज की लागत जानने का अधिकार- किस प्रक्रिया या जांच का कितना खर्च आएगा  यह जानकारी मरीज को पहले से दी जानी चाहिए.
  •  इलाज करने वाले डॉक्टर और स्टाफ की पहचान जानने का अधिकार- इसका मतलब है कि मरीज को यह बताया जाना चाहिए कि उसका इलाज कौन-कौन कर रहा है.
  •  परामर्श और उपचार के दौरान प्राइवेसी का अधिकार- चाहे डॉक्टर से बातचीत हो, जांच या कोई प्रक्रिया, हर स्थिति में गोपनीयता बनाए रखी जानी चाहिए.
  • बिना भेदभाव सेवाएं पाने का अधिकार- धर्म, जाति, उम्र, रंग, लिंग, आर्थिक स्थिति या शारीरिक या मानसिक क्षमता के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए.
  •  सुरक्षा का अधिकार- इसका मतलब यह है कि मरीज की सुरक्षा सर्वोपरि है.
  • स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी पाने का अधिकार- इलाज क्या है, क्यों किया जा रहा है, जोखिम क्या हैं यह सब स्पष्ट बताया जाए.
  •  उपचार लेने या मना करने का अधिकार- मरीज अपनी इच्छा से इलाज को स्वीकार या अस्वीकार कर सकता है, बशर्ते जोखिम समझा दिया गया हो.
  • मेडिकल रिपोर्ट पाने का अधिकार- अस्पताल की नीति के अनुसार सभी दस्तावेज मरीज को उपलब्ध कराए जाएं.
  •  जरूरत पड़ने पर दूसरे अस्पताल में रेफर करवाने का अधिकार
  •  दर्द और तकलीफ के प्रबंधन की जानकारी पाने का अधिकार
  •  सेवा की गुणवत्ता पर शिकायत दर्ज करने और उसका जवाब पाने का अधिकार
  • किसी भी प्रक्रिया, जांच, एनेस्थीसिया या रक्त चढ़ाने से पहले सहमति देने का अधिकार
  •  अपनी मेडिकल फाइल देखने की अनुमति पाने का अधिकार
  • पसंद का भोजन (डॉक्टर की सलाह के अनुसार) और अपने धर्म का पालन करने का अधिकार

मरीज की जिम्मेदारियां

जिस तरह मरीज के अधिकार हैं, उसी तरह कुछ जिम्मेदारियां भी हैं.

  • अपनी स्वास्थ्य स्थिति की सही और पूरी जानकारी देना- बीमारी, दवाओं और मेडिकल इतिहास से जुड़ी बातों को छुपाएं नहीं.
  •  पता, नाम और अन्य जरूरी विवरण सही देना- गलत जानकारी इलाज में बाधा डाल सकती है.
  •  इलाज से जुड़ी सलाह का पालन करना- दवाएं, डायट, जांच, जो भी निर्देश दिए जाएं, उनका पालन जरूरी है.
  • अस्पताल स्टाफ का सम्मान करना- डॉक्टर और स्टाफ आपकी मदद के लिए हैं, उनसे विनम्रता से पेश आएं.
  •  आपातकालीन मरीजों को प्राथमिकता मिलने की आवश्यकता समझें
  •  अस्पताल के नियम मानें- जैसे धूम्रपान निषेध, विजिटिंग आवर्स, मोबाइल फोन का उपयोग आदि.
  • इलाज से जुड़े आर्थिक दायित्वों को समय पर पूरा करना
  • किसी भी प्रक्रिया के लिए सूचित सहमति देना
  •  दवाएं दूसरों को न दें और न ही किसी की दवा खुद लें
  •  बीमा दावे के लिए सही और पूरी जानकारी उपलब्ध कराएं
  •  अपॉइंटमेंट समय पर लें और न आ पाने की स्थिति में जल्द बताएं
  •  कोई दिक्कत या हालत बिगड़ने पर तुरंत अस्पताल को सूचित करें
  •  फॉलो-अप विजिट समय पर करें
  • डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न शुरू करें
  •  अपने व्यवहार से दूसरे मरीजों और स्टाफ के लिए सुरक्षित वातावरण बनाए रखें

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