Vitamin P: जिस तरह से गाड़ी के इंजन को चलाने के लिए फ्यूल की जरूरत होती है वैसे ही शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए विटामिंस मिनरल्स सहित कई सारे पोषक तत्वों की जरूरत होती है. इसके लिए हम अपनी डाइट में कई तरह के विटामिंस, मिनरल्स और प्रोटीन शामिल करते हैं. अब तक आपने विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन डी सहित और भी कई विटामिन के बारे में जानते होंगे. लेकिन क्या आपको विटामिन पी के बारे में मालूम है? जी हां विटामिन पी. यह एक तरह का विटामिन होता है. विटामिन पी को फ्लेवोनॉयड के नाम से जाना जाता हैं. आइए जानते हैं विटामिन पी के स्वास्थ्य लाभ...


क्या है विटामिन पी?


विटामिन पी को फ्लेवोनॉयड के रूप में जाना जाता है. यह सच में विटामिन नहीं है बल्कि एंटीऑक्सीडेंट और सूजन रोधी गुणों वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स का एक वर्ग है. यह आमतौर पर पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थ में पाए जाते हैं और इससे कई सारे स्वास्थ्य लाभ जुड़े होते हैं. आपको बता दें कि यह फ्लेवोनॉयड फलों और सब्जियों को रंग देने के लिए जरूरी होता है. साल 1930 में वैज्ञानिकों ने पहली बार संतरे के फल से फ्लेवोनॉयड निकला था उस समय इसे विटामिन समझा जा रहा था. इसी वजह से इसका नाम विटामिन पी पड़ा. हालांकि अब यह विटामिन नहीं माना जाता है.


क्या है विटामिन पी के फायदे?



  • विटामिन पी दिल के सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. विटामिन पी युक्त आहार का सेवन करने से ब्लड वेसल्स अच्छे से कम करना शुरू करता है और इससे दिल को काफी फायदा पहुंचता है दिल की बीमारियों का रिस्क भी काफी कम होता है.

  • विटामिन पी एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है जो हानिकारक मुक्त कणों को बेअसर करने में मदद करता है. यह कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकते हैं. इसके अलावा कई क्रॉनिक बीमारियां भी इसके कारण हो सकती है.

  • इसमें सूजन रोधी गुण होते हैं जो  सूजन को कम करने और गठिया एलर्जी और अस्थमा जैसी स्थितियों से जुड़े लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं.

  • विटामिन पी स्किन के लिए लाभदायक है. इससे वेरीकोज वेन जैसी समस्या का रिस्क काफी हद तक कम होता है.

  • विटामिन पी युक्त आहार सेवन करने से आंखों की ब्लड वेसल्स को लाभ मिलता है. इससे आपकी विज़न में सुधार हो सकता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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