Narendra Modi Medical Test: देश के प्रधानमंत्री का स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि राष्ट्रीय महत्व का विषय माना जाता है. यही वजह है कि उनके हेल्थ चेकअप पर अक्सर लोगों की नजर रहती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेडिकल जांच एक निश्चित अंतराल पर होती है और इसे बेहद गोपनीय लेकिन व्यवस्थित तरीके से किया जाता है. चलिए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं. 

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हर तीन महीने में होता है चेकअप

इंडिया टुडे और इकोनॉमिक टाइम्स जैसी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर तीन महीने में एक बार यानी तिमाही आधार पर रूटीन मेडिकल चेकअप कराते हैं. यह जांच अक्सर दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) या किसी अन्य अधिकृत अस्पताल में होती है. इसमें सामान्य ब्लड टेस्ट, ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल, कार्डियक जांच और अन्य बेसिक स्वास्थ्य पैरामीटर शामिल होते हैं.

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नियमित निगरानी क्यों जरूरी है?

प्रधानमंत्री का शेड्यूल बेहद व्यस्त होता है. विदेश यात्राएं, देश में लगातार कार्यक्रम और लंबी मीटिंग्स के कारण उनकी सेहत की नियमित जांच बेहद जरूरी मानी जाती है. डॉक्टर इस बात का ध्यान रखते हैं कि उनकी थकान, डाइट और रूटीन का असर शरीर पर नकारात्मक रूप से न पड़े.

सालाना जांच

मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि रूटीन चेकअप के अलावा प्रधानमंत्री साल में एक बार कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ चेकअप कराते हैं. इसमें हार्ट, लंग्स, किडनी, लिवर समेत शरीर के सभी अहम अंगों की डिटेल जांच की जाती है. यह प्रैक्टिस वैश्विक स्तर पर वर्ल्ड लीडर के स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का हिस्सा होती है.

 तात्कालिक जांच

डॉक्टरों की एक विशेष टीम हर समय प्रधानमंत्री के साथ रहती है. किसी भी असुविधा या लक्षण दिखाई देने पर तत्काल मेडिकल जांच की जाती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम के साथ हर यात्रा में बेसिक मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर मौजूद रहता है ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत जांच की जा सके.

डाइट और फिटनेस पर विशेष ध्यान

चेकअप के दौरान डॉक्टर केवल टेस्ट ही नहीं करते बल्कि पीएम की डाइट और फिटनेस पर भी सलाह देते हैं. नरेंद्र मोदी योग और नियमित व्यायाम के लिए जाने जाते हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार उनकी डाइट काफी संतुलित है और इसमें लो कैलोरी और पौष्टिक भोजन शामिल होता है. डॉक्टर यह सुनिश्चित करते हैं कि डाइट और दिनचर्या उनकी उम्र और कार्यभार के हिसाब से सही बनी रहे.

गोपनीयता और सुरक्षा

प्रधानमंत्री की स्वास्थ्य जांच को लेकर काफी गोपनीयता बरती जाती है. मीडिया को केवल उतनी ही जानकारी दी जाती है जितनी सार्वजनिक की जा सकती है. असल जांच और रिपोर्टिंग का विवरण केवल डॉक्टरों की टीम और सुरक्षा एजेंसियों तक सीमित रहता है.मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नियमित स्वास्थ्य जांच हर तीन महीने में होती है. इसके अलावा सालाना कंप्रीहेंसिव चेकअप और आवश्यकता पड़ने पर तात्कालिक जांच की व्यवस्था भी रहती है. यह प्रोटोकॉल न केवल उनकी सेहत बल्कि उनके पद की जिम्मेदारी को देखते हुए अनिवार्य माना जाता है. 

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