Omicron Variant: चीन में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे है. कोरोना के इस नए वेरिएंट ने मधुमेह, हृदय संबंधी समस्याओं, श्वसन संबंधी, गुर्दे की जटिलताओं आदि जैसी बीमारी से जूझ रहे लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. ऐसे कई अध्ययन हैं जो दिखाते हैं कि मधुमेह वाले लोग जब कोरोनोवायरस से संक्रमित होते हैं, तो गंभीर निमोनिया और सूजन विकसित होने का अधिक खतरा होता है साथ ही अस्पताल में भर्ती होने का भी अधिक खतरा होता है. 


नए COVID वेरिएंट से डायबिटीज के मरीज कैसे सुरक्षित रह सकते हैं 


वरिष्ठ मधुमेह विशेषज्ञ डॉ. मक्कड़ कहते हैं मधुमेह वाले लोगों ने अपने इम्यून सिस्टम से समझौता किया तो उनका शरीर ज्यादा जल्दी बीमारियों की चपेट में आता है.  खासकर जब वायरस COVID हो, यदि आपको मधुमेह है या आपके परिवार के किसी सदस्य को किसी भी प्रकार के मधुमेह का पता चला है, तो आप इस वेरिएंट को लेकर सर्तक रहें. 


अगर आप डायबिटिक हैं तो कोविड से सुरक्षित रखने के लिए क्या कर सकते हैं:-


साबुन से हाथ धोने या हाथों को साफ करने का ध्यान रखें.


जितना हो सके बाहर निकलने से बचें और यदि नहीं तो सोशल डिस्टेंसिंग के उपायों का ठीक से पालन करें.


अपनी दवाएं नियमित रूप से लें और उन्हें बीच-बीच में छोड़ें नहीं.


सुनिश्चित करें कि आपके पास अपनी मधुमेह दवाओं का पर्याप्त स्टॉक है. हाइपोग्लाइसीमिया या किसी अन्य मधुमेह की स्थिति के इलाज के लिए हमेशा अपनी दवाएं अपने पास रखें.


सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन वापस आने की स्थिति में आपके पास अतिरिक्त इंसुलिन की आपूर्ति हो.


घबराहट में दवाओं और आपूर्ति की जमाखोरी न करें, क्योंकि सरकार दवाओं और दवाओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करेगी.


किसी भी दवा का उपयोग करने से पहले हमेशा अपने इलाज करने वाले चिकित्सक से परामर्श करें.


सुनिश्चित करें कि आप पौष्टिक आहार लें. गहरे तले हुए खाद्य पदार्थों से बचें क्योंकि वे आपकी मधुमेह की स्थिति को पटरी से उतार सकते हैं.


अपने डॉक्टर के संपर्क में रहें. यदि आपके रक्त शर्करा के स्तर में बार-बार उतार-चढ़ाव हो रहा है, तो चिकित्सकीय सहायता लेने में संकोच न करें.


शारीरिक गतिविधियों को न छोड़ें


हाइपोग्लाइसीमिया या मधुमेह केटोएसिडोसिस के संकेतों के लिए सतर्क रहें. यह स्थिति संभावित रूप से मधुमेह वाले लोगों में जीवन-धमकाने वाली जटिलताओं को विकसित कर सकती है, जो अक्सर टाइप 1 मधुमेह रोगियों में होती है. यह तब हो सकता है जब शरीर में ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलने के लिए पर्याप्त इंसुलिन की कमी होती है. महामारी के दौरान, स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखना और नियमित दिनचर्या का पालन करना मधुमेह वाले लोगों के लिए आवश्यक माना जाना चाहिए. शारीरिक गतिविधियों को न छोड़ें और घर पर ही व्यायाम करना शुरू करें.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.