मेडिकल फील्ड में इस वक्त एक नया हथियार काफी ज्यादा सुर्खियों में है. इसका नाम है भीष्म क्यूब, जो एक मोबाइल हॉस्पिटल है और डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए बनाया गया है. इस क्यूब में पूरा ऑपरेशन थिएटर होता है, जो किसी भी इमरजेंसी में लाइफ सेविंग सर्जरी कर सकता है. इंडियन एयरफोर्स में हेड एंड नेक ऑन्को सर्जन डॉ. अन्विता भंसाली ने हाल ही में इस ऑपरेशन थिएटर के बारे में विस्तार से बताया.
क्या है भीष्म क्यूब?
भीष्म क्यूब एक पोर्टेबल हॉस्पिटल है, जो 72 छोटे-छोटे क्यूब्स में पैक होता है. इसे हवाई, समुद्र, या सड़क मार्ग से कहीं भी पहुंचा सकते हैं. इसे खासतौर पर आपदा वाले इलाकों में मेडिकल सुविधाएं पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है. इस क्यूब में एडवांस मेडिकल इक्विपमेंट, सोलर पैनल और बैटरी से चलने की कैपेसिटी होती है.
भीष्म क्यूब में क्या होता है खास?
डॉ. भंसाली ने बताया कि भीष्म क्यूब का ऑपरेशन थिएटर पूरी तरह से आत्मनिर्भर है. इसमें पांच सोलर पैनल लगते हैं, जो छोटे ब्रीफकेस की तरह मोड़कर रखे जा सकते हैं. ये पैनल डीसी जनरेटर को पावर देते हैं, जो ऑपरेशन थिएटर में मौजूद सभी बेसिक इक्विपमेंट को चलाने में मदद करते हैं. इस थिएटर में शैडोलेस लाइट और पोर्टेबल हेडलाइट जैसी सुविधाएं होती हैं, जो बेसिक सर्जरी करने में मदद करती हैं. यह थिएटर लाइफ सेविंग और अंग बचाने वाली सर्जरी कर सकता है.
इसमें कैसे होती है मरीज की सर्जरी?
भीष्म क्यूब में ऐसे इक्विपमेंट हैं, जो मरीज की सर्जरी को आसान बनाते हैं. इसमें एडल्ट और पेडियाट्रिक वेंटिलेटर किट, ऑटोमेटिक ट्यूनिक किट, पोर्टेबल इंफ्यूजन पंप और मल्टीपारा मॉनिटर शामिल हैं. इनके अलावा बाइफेजिक डिफिब्रिलेटर, पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर और बेसिक मेडिसिन किट भी मौजूद हैं. डॉ. भंसाली के मुताबिक, अगर किसी मरीज को वेंटिलेशन की जरूरत है तो पेडियाट्रिक वेंटिलेटर किट इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर किसी मरीज का खून बह रहा हो तो ऑटोमेटिक ट्यूनिक किट से कंट्रोल कर सकते हैं. पोर्टेबल इंफ्यूजन पंप ड्रग डिलीवरी में मदद करता है, जबकि मल्टीपारा मॉनिटर मरीज के वाटल्स को लगातार मॉनिटर करता रहता है.
स्पेशल सर्जरी करने में भी काबिल
गौरतलब है कि भीष्म क्यूब में ऐसे इक्विपमेंट होते हैं, जो स्पेशल सर्जरी करने में भी मदद करते हैं. डॉ. भंसाली के मुताबिक, इस थिएटर में मिनी ट्रेकियोस्टॉमी, क्रायकोथायरोडोटॉमी और सीजेरियन सेक्शन जैसी सर्जरी भी की जा सकती हैं. इसके अलावा फॉलिस कैथेटराइजेशन किट, जेट लेवेज सिस्टम और बेसिक ट्रेकियोस्टॉमी किट भी उपलब्ध हैं, जो मरीज की जान बचाने में मदद कर सकते हैं.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.