दुनिया भर में बदलती लाइफस्टाइल और खानपान हेल्थ और एनवायरमेंट पर गंभीर प्रभाव डाल रहे हैं. ऐसे में हाल ही में एक नई और चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें दावा किया गया है कि अगर दुनिया भर में लोग प्लांट-रिच यानी पौधों पर आधारित प्लैनेटरी हेल्थ डाइट अपनाते हैं, तो हर दिन लगभग 40,000 लोग समय से पहले होने वाली मौतों से बच सकते हैं. यह डाइट मांसाहारी फूड का सीमित मात्रा में सेवन करने की बात कहती है और हेल्थ के साथ-साथ एनवायरमेंट की सुरक्षा की के बारे में भी बताती है. इस रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक खाद्य प्रणाली से निकलने वाले ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का लगभग एक तिहाई हिस्सा होता है. अगर लोग प्लैनेटरी हेल्थ डाइट अपनाते हैं तो 2050 तक खाद्य प्रणाली से होने वाली वाले जलवायु नुकसान को आधा किया जा सकता है. साथ ही यह फूड प्रोडक्शन न केवल वन्य जीव और जंगलों के विनाश का सबसे बड़ा कारण बन रहा है, बल्कि पानी को प्रदूषित बनाने की भी बड़ी वजह बन रहा है. क्या है प्लैनेटरी हेल्थ डाइट?
प्लैनेटरी हेल्थ डाइट मुख्य रूप से सब्जियों, फलों, नट्स, दालों और साबुत अनाज पर आधारित है. हालांकि इस रिपोर्ट के अनुसार प्लैनेटरी हेल्थ डाइट में कुछ जानवरों से जुड़े हुए प्रोडक्ट जैसे मांस, अंडा या दूध शामिल किए जा सकते हैं. इस डाइट को लेकर एक्सपर्ट कहते हैं कि यह डाइट किसी भी प्रकार का कोई त्याग नहीं है, बल्कि इन चीजों को मिलाकर हेल्दी, टेस्टी और कई प्रकार से फूड तैयार किए जा सकते हैं. ये फूड सेहत के साथ ही एनवायरमेंट के लिए भी फायदेमंद होते हैं. रिपोर्ट में दावा ज्यादा मांसाहारी फूड नुकसानदायक
इस रिपोर्ट में सामने आया है कि ज्यादा मात्रा में मांसाहारी फूड खाना हमारी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. वहीं रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अमेरिका और कनाडा में लोग प्लैनेटरी हेल्थ डाइट की सिफारिश से सात गुना ज्यादा रेड मीट खाते हैं. यूरोप और लैटिन अमेरिका में यह पांच गुना और चीन में चार गुना ज्यादा है. वहीं सब-सहारा अफ्रीका जैसे कुछ क्षेत्रों में लोगों ज्यादातर स्टार्च युक्त खाना खाते हैं. ऐसे में वहां थोड़ी मात्रा में चिकन, डेयरी प्रोडक्ट और अंडा खाना उनके लिए फायदेमंद हो सकता है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दुनिया के अमीर लोग फूड प्रोडक्शन से होने वाले एनवायरमेंटल नुकसान का सबसे बड़ा हिस्सा पैदा करते हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के सबसे अमीर 30 प्रतिशत लोग फूड सिस्टम से होने वाले एनवायरमेंटल नुकसान का 70 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा पैदा करते हैं. वहीं 2.8 बिलियन लोग हेल्दी फूड का खर्च नहीं उठा सकते और 1 बिलियन लोग कुपोषित है. इसके अलावा लगभग 1 बिलियन लोग मोटापे से परेशान है. प्लैनेटरी हेल्थ डाइट अपनाने के फायदे
रिपोर्ट में यह भी सुझाव दिया गया है कि अनहेल्दी खाना महंगा और हेल्दी खाना सस्ता होना चाहिए. वहीं अनहेल्दी खाने का एडवर्टाइजमेंट कंट्रोल किया जाना चाहिए और इसके ऊपर चेतावनी के लेबल भी लगाए जाने चाहिए. इसके साथ ही खेती की सब्सिडी को हेल्दी और टिकाऊ खाने की और मोड़ना चाहिए. यह लोगों को पौष्टिक भोजन तक आसानी से पहुंचाने में मदद करेगा.एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्लैनेटरी हेल्थ डाइट अपनाने से हार्ट प्रॉब्लम, स्ट्रोक, डायबिटीज कैंसर और न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों का खतरा कम होता है. इस डाइट को अपनाने से सालाना 15 मिलियन लोगों की समय से पहले मौते रोकी जा सकती है. वहीं डाइट बदलने के साथ-साथ भोजन की बर्बादी कम करना, ग्रीन फार्मिंग अपनाना भी जरूरी है.
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