Blood Pressure: ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए अक्सर कुछ दवाईयों या घरेलू उपाय की मदद ली जाती है लेकिन कुछ लोगों की बीपी नियंत्रित करने में दवाईयां काम नहीं आती हैं. ऐसे मरीजों को चिंता करने या घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि एम्स (AIIMS) ने इसका तोड़ निकाल लिया है. एम्स रेडियोलॉजी विभाग ने ऐसा करने में सफलता पाई है. मरीज की सर्जरी कर एड्रिनल ग्लैंड बाहर निकालने से उनकी बीपी कंट्रोल हुई है. एम्स का दावा है कि अब तक 100 मरीजों का ब्लड प्रेशर इस सर्जरी से कंट्रोल किया गया है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है यह सर्जरी और कैसे काम करती है...

 

क्या है ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने की सर्जरी

रेडियोलॉजी विभाग के डॉक्टर देव सेनाधिपति का कहना है कि हार्मोन बढ़ने से ब्लड प्रेशर भी बढ़ता है. यह न तो दवा से कंट्रोल होता है और ना ही नॉर्मल ब्लड टेस्ट में इसका पता चल पाता है. इसके लिए एड्रिनल ग्लैंड की जांच करनी पड़ती है. इस जांच के लिए एड्रिनल ग्लैंड की नसों की का सैंपल लेना पड़ता है. यह काफी मुश्किल होता है, क्योंकि किडनी से जुड़े रहने के कारण दोनों एड्रिनल ग्लैंड साइज में काफी छोटे होते हैं. 

 

एड्रिनल ग्लैंड का काम

डॉक्टर का कहना है कि एड्रिनल ग्लैंड से एल्डोस्टेरोन हार्मोन बनता है. जिसका काम शरीर में सोडियम और पोटैशियम की मात्रा को कंट्रोल करना होता है. जब यह हार्मोन बढ़ जाता है तो ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) भी ज्यादा हो जाता है. इसी का पता लगाने के लिए सर्जरी की प्रक्रिया अपनाई जाती है.

 

क्या होती है प्रक्रिया

हाई ब्लड प्रेशर का पता लगाने के लिए कैथेटर की मदद से एड्रिनल ग्लैंड की नसों का सैंपल लिया जाता है. इसके बाद जिस एड्रिनल ग्लैंड में हार्मोन ज्यादा रहता है, उसे सर्जरी कर बाहर निकाल दिया जाता है. इस प्रक्रिया से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है. कुल मिलाकर अगर किसी मरीज का ब्लड प्रेशर दवा से कंट्रोल नहीं हो रहा है तो इसके लिए दूसरा तरीका हार्मोनल सर्जरी हो सकती है.

 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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