Thyroid : आजकल महिलाओं में थाइराइट की समस्या तेजी से बढ़ रही है. WHO के अनुसार, पिछले 10 सालों से दुनियाभर में इस बीमारी ने तेजी से अपना पैर फैलाया है. ज्यादातर 30 साल से कम उम्र की महिलाओं में इसकी गंभीर समस्या देखने को मिल रही है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि खानपान की गलत आदतों और बिगड़ी लाइफस्टाइल की वजह से यह बीमारी बढ़ रही है. शरीर में पहले से ही मौजूद थाइराइड ग्लैंड के फंक्शन में जो कमी आ रही है, वो थाइराइड बीमारी (Thyroid ) का कारण बन रही है. ऐसे में थायराइड से बचाने आयुर्वेद काफी काम आ सकता है. आइए जानते हैं कैसे...

 

थाइराइड की बीमारी क्या होती है

आजकल महिलाएं थाइराइड की चपेट में ज्यादा आ रही हैं. शरीर में मौजूद थाइराइड ग्लैंड के फंक्शन में जब किसी तरह की कमी आती है तब थाइराइड बीमारी होती है. आयोडीन की कमी की वजह से भी थाइराइड बीमारी हो सकती है. ऐसे में आयोडिन की मात्रा का ख्याल रखना चाहिए.

 

थायराइड कम करने आयुर्वेदिक उपाय

 

एलोवेरा (Aloe Vera)

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एलोवेरा के सेवन से महिलाएं थायराइड कंट्रोल कर सकती हैं. यह वात और कफ दोनों को संतुलित करने का काम करता है. जिससे शरीर में थाइराइड की बीमारी पनपने नहीं पाती है.

 

धनिया (Coriander)

थाइराइड कंट्रोल करने में धनिया भी बेहद कारगर है. धनिया और जीरा एक साथ लेने से गजब का फायदा देखने को मिल सकता है. इसके लिए  धनिया और जीरा को रात में पानी में भिगोकर रख दें और सुबह उठने के बाद इसे छानकर खाली पेट पी जाएं. इससे थायराइड कंट्रोल हो सकता है.

 

सुबह-सुबह टहलने जाएं (Morning Walk)

सुबह-सुबह टहलना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. इससे ऑक्सीजन पूरे शरीर तक अच्छी तरह पहुंचता है. जिसकी मदद से थाइराइड कंट्रोल कर सकते हैं. हर सुबह करीब 15 से 20 मिनट तक टहलने से सेहत बेहतर होती है.

 

प्राणायाम

प्राणायाम से भी थायराइड कंट्रोल किया जा सकता है. सुबह-सुबह प्राणायाम बेहद फायदेमंद होता है. इसे शाम को भी कर सकते हैं. इसी में कपालभाति थाइराइड हार्मोन का फंक्शन बेहतर कर थाइडाइर की बीमारी नहीं होने देता है. हर दिन 10-15 मिनट कपालभाति करना फायदेमंद होता है.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

 

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