Salivary Gland Cancer: आजकल लाइफस्टाइल और खानपान में गड़बड़ी की वजह से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी तेजी से बढ़ रही है. कैंसर कई तरह के होते हैं. इसी में एक है  लार ग्रंथि कैंसर, जो लार ग्रंथियों में होता है. ये रंथियां मुंह और गले तक में होती हैं. इनका काम लार बनाना होता है. इनकी मदद से खाना पचता है और मुंह अच्छी तरह साफ रखने में मदद मिलती है.


 


कितने प्रकार के होते हैं लार ग्रंथि कैंसर


लार ग्रंथि कैंसर (Salivary Gland Cancer) के दो प्रकार हैं. पहला ट्यूमर धीरे तरीके से बढ़ते हैं और आसपास के टिश्यू में नहीं फैलते हैं, जबकि दूसरा बेहद खतरनाक होता है, जो तेजी से बढ़ता है और आसपास के टिश्यू में तेजी से फैल सकता है. जानिए इस कैंसर से बचने के लिए क्या करना चाहिए...



लार ग्रंथि कैंस का क्या कारण है



कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर तन्मय सिंह का कहना है कि लार ग्रंथि के एक नहीं कई कारण हैं. बचपन में अगर कोई सिर या गर्दन पर किसी तरह की रेडिएशन थेरेपी से गुजरता है, तो उसमें ये कैंसर हो सकता है. इसके अलावा जेनेटिक डिसऑर्डर जैसे सिज्मर सिंड्रोम की वजह से भी लार ग्रंथि कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. ईप्सटीन-बार वायरस, धूम्रपान करने और शराब पीने से भी लार ग्रंथि कैंसर का रिस्क काफी ज्यादा होता है.


 


लार ग्रंथि कैंसर होने पर क्या लक्षण नजर आते हैं


1. मुंह-गले में गांठ होना 
2. चेहरे में दर्द या सुन्नपन
3. मुंह खोलने में परेशानी होना
4. निगलने में परेशानी होना
5. चेहरे पर सूजन
6. अल्सर या घाव
7. मुंह से खून आना


लार ग्रंथि कैंसर का इलाज क्या है


लार ग्रंथि कैंसर होने पर डॉक्टर सर्जरी की मदद से प्रभावित हिस्से को हटा देते हैं, जिससे कैंसर को फैलने सो रोक दिया जाता है. अगर स्थिति गंभीर है तो डॉक्टर लिम्फ नोड्स को भी निकाल देते हैं. इस इलाज में कीमोथेरेपी की मदद भी ली जा सकती है, कुछ तरह की दवाईयों से भी कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने की कोशिश की जाती है. रेडियेशन थैरेपी से भी इस कैंसर का इलाज किया जाता है.















 








Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.