Health Tips: क्या आप भी जंक फूड्स या फास्ट फूड्स जैसे बर्गर, फ्रेच फ्राइज, नूडल्स, पिज्जा फ्राइड टिक्की, मोमोज, सोडा ड्रिंक्स आदि का सेवन करना बेहद पसंद करते हैं. अक्सर बच्चों और युवाओं में इस प्रकार के फूड्स खाने का क्रेज अधिक देखा जाता है. कई लोगों को तो रोजाना शाम होते ही या कहीं बाहर जाते ही इन फूड्स को खाने की क्रेविंग होने लगती है. इन फूड्स का अधिक मात्रा में सेवन करना आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक होता है, ये तो आप जानते ही होंगे. लेकिन क्या आपको ये पता है कि ऐसे फूड्स के ज्यादा सेवन से आपका आपका शरीर तेजी से बूढ़ा भी होने लगता है, तो आइए आज हम आपको जंक फूड्स ज्यादा खाने के नुकसान बताने जा रहे हैं.


क्या आपको जंक फूड्स खाने की क्रेविंग होती है?

वर्तमान समय में कोरोनावायरस संक्रमण के चलते जब लोग बाहर जाकर जंक फूड्स का सेवन नहीं कर पा रहे थे, तो उन्होंने घर पर ही बनाकर इनका खूब सेवन किया. देखा जाए, तो रेस्टोरेंट्स वाले जंक फूड्स में बहुत सारी ऐसी एडिक्टिव चीजें डाली जाती हैं, जिससे आपको इन्हें बार-बार खाने की क्रेविंग होती है. लेकिन इनका अधिक मात्रा में सेवन आपकी सेहत के लिए हानिकारक सिद्ध होत सकता है. ये फूड्स आपका वजन बढ़ाने के साथ-साथ आपके शरीर में कैंसर, डायबिटीज, कुपोषण जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ाते हैं. इसके अलावा इनका अधिक मात्रा में सेवन आपको शरीर को भी तेजी से बूढ़ा बनाने का काम करते हैं.


जंक फूड्स बढ़ाते हैं जल्दी मौत का खतरा

एक नए अध्ययन की मानें, तो अल्ट्रा प्रॉसेस्ड फूड्स का सेवन आपके शरीर तेजी से बूढ़ा बनाने की प्रकिया शुरू कर देता है. साथ ही इससे जल्दी मौत होने का खतरा भी बढ़ जाता है. अल्ट्रा प्रॉसेस्ड फूड्स ऐसे फूड्स होते हैं, जिनको बनाने में ज्यादा मात्रा में तेल, फैट, शुगर, स्टार्च, नमक और प्रोटीन आदि का उपयोग किया जाता है. आमतौर पर ये फूड्स रिफाइंड इंग्रीडिएंट्स के इस्तेमाल से बने होते हैं, जिसकी वजह से इनके पोषक तत्वों की मात्रा बहुत कम हो जाती है. इन फूड्स को खराब होने से बचाने के लिए या टेस्टी और आकर्षक दिखाने के लिए इनमें आर्टिफिशियल फ्लेवर, कलर, इमल्सिफायर, प्रिजर्वेटिव्स और अन्य चीजों का इस्तेमाल किया जाता है. जोकि आपकी सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक होती हैं.


प्रॉसेस्ड फूड्स आपके DNA तक में कर सकते हैं बदलाव

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि अगर आप अल्ट्रा प्रॉसेस्ड फूड्स अधिक खाते हैं, तो इससे आपके डीएनए तक में भी बदलाव हो सकता है. मोटापे पर हुई एक रिसर्च के अनुसार एक दिन में 3 सर्विंग से अधिक अल्ट्रा प्रॉसेस्ड फूड्स का सेवन करने से क्रोमोसोम्स के छोर पर मौजूद टेलोमेयर्स की लंबाई कम हो जाती है. टेलोमेयर्स की लंबाई कम होना मतलब सेल्युलर के स्तर पर इंसान की बायलॉजिकल उम्र बढ़ने की ओर इशारा होता है. इसका मतलब है कि चाहें उस इंसान  की वास्तविक उम्र कम ही क्यों न हो, लेकिन उसके शरीर में उम्र बढ़ने के संकेत दिखने लगते हैं. साफ शब्दों में कहें, तो वह इंसान अपनी उम्र से ज्यादा बूढ़ा दिखने लगता है.


आपके शरीर में दिखने लगते है बुढ़ापे के तीव्र लक्षण

हर व्यक्ति की सभी सेल्स में क्रोमोसोम्स के 23 जोड़े पाए जाते हैं, जिनमें जेनेटिक कोड पाया जाता है. इन क्रोमोसोम्स से लगे टेलोमेयर्स वैसे तो कोई जेनेटिक सूचना नहीं रखते हैं, लेकिन इनकी वजह से ही क्रोमोसोम्स को स्थिरता प्राप्त होती है. जैसे-जैसे इंसान की उम्र बढ़ती रहती है, उसके टेलोमेयर्स सेल्स के बंटने की वजह से छोटे-छोटे होते जाते हैं. मगर इस नए शोध के अनुसार प्रॉसेस्ड फूड्स का सेवन करने वालों में ये बदलाव प्राकृतिक गति की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ जाता है, जिससे इंसान बूढ़ा दिखने लगता है.


जंक फूड्स के कई अन्य खतरे

इसके अलावा भी जंक फूड्स का सेवन करने बहुत सारे खतरे होते हैं, जिससे इंसान कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकता है जैसे- टाइप-2 डायबिटीज, मोटापा, कैंसर, किडनी में पथरी, लिवर सिरोसिस, हार्ट अटैक, स्ट्रोक आदि.


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