Navratri Vrat: चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है. 9 दिनों तक चलने वाले नवरात्रि में लोग प्याज, लहसुन, अनाज जैसी चीजों को खाने से बचते हैं. इस वजह से इन दिनों डाइट पूरी तरह बदल जाती है. इस व्रत (Navratri Fasting) से जहां एक तरफ बॉडी डिटॉक्स होती है तो कुछ स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं. ऐसे में अगर आप डायबिटीज मरीज हैं और 9 दिनों तक व्रत करने जा रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, वरना समस्याएं बढ़ सकती हैं. 

 

नवरात्रि में व्रत रखने से पहले डायबिटीज मरीजों के लिए टिप्स

 

प्री फास्टिंग मील 

डायबिटीज पेशेंट व्रत से पहले सही भोजन करें. इसमें कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स को शामिल करें. इन कार्ब्स को तोड़ने और पचाने में ज्यादा समय लगता है. इसलिए भूख जल्दी नहीं लगती है. नवरात्रि का व्रत शुरू करने से पहले सूखे मेवे या ऐसे फलों को खाएं, जिनमें शुगर कम हो. व्रत में चीनी की बजाय ब्राउन शुगर, गुड़, खजूर जैसे मीठे विकल्प ही चुनें. दही-दूध में भी चीनी या नमक मिलाने से बचें.

 

हेल्दी कार्ब्स का सेवन 

व्रत में डायबिटीज के मरीजों को कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स से बचना चाहिए. आप चाहें तो बेक या उबले शकरकंद को कम मात्रा में सेवन करें या फिर हेल्दी आटा जैसे कुट्टू का आटा खा सकते हैं.

दही के साथ समक चावल भी खाया जा सकता है. ककड़ी का रायता, टमाटर से बनी चीजें और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का सेवन कर सकते हैं.

 

तली हुई चीजें न खाएं

नवरात्रि में व्रत करने वाले लोग आमतौर पर तले हुए और ऑयली स्नैक्स या पकौड़े, टिक्कियां या पूड़ी को अपनी डाइट में शामिल करते हैं लेकिन डायबिटीज पेशेंट्स को इनसे बचना चाहिए. उनके लिए ये हानिकारक हो सकते हैं. इसकी बजाय आप बेकिंग, स्टीमिंग और ग्रिलिंग जैसे प्रॉसेस से बनी चीजें खा सकते हैं.

 

व्रत के नियमों में करें बदलाव

व्रत करने जा रहे डायबिटीज के मरीज अपने डॉक्टर के अनुसार डाइट चार्ट बनाएं, ताकि उन्हें सही तरह शुगर कंट्रोल करने में मदद मिले. खाने में शुगर की मात्रा कंट्रोल करने के तरीकों को भी जानना चाहिए. 

 

फैमिली की मदद लें

नवरात्रि में डायबिटीज के मरीज उपवास करते हैं तो परिवार की मदद लेनी चाहिए. उनके साथ मिलकर व्रत की डाइट का मेन्यू बनाना चाहिए, ताकि उपवास की दिनचर्या का पालन करते समय किसी तरह की समस्याएं न आएं और खाने का लालच से भी बच जाएं.

 

रेगुलर चेकअप करवाएं 

डायबिटीक पेशेंट्स के लिए व्रत रखना जोखिम भरा होता है. ऐसे में डॉक्टर के बताएं निर्देशों को पूरी तरह पालन करें. व्रत के दौरान कितनी बार शुगर की जांच करनी चाहिए, इसकी भी जानकारी रखें. ग्लूकोज की रेगुलर टाइम पर मॉनिटरिंग करते रहें.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



ये भी पढ़ें