Brain Stroke: कुछ सालों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं. कम उम्र में भी लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. दुनिया में होने वाली मौतों में एक कारण ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) भी है. अगर इससे बच गए तो कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती है. इनमें लकवाग्रस्त होना, बोलने-देखने में समस्या, समझने में समस्या होना जैसी समस्याएं शामिल हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 40 से कम उम्र वालों में स्ट्रोक के मामले काफी हद तक बढ़े हैं, जो चिंता का कारण है. आइए जानते हैं आखिर ब्रेन स्ट्रोक क्या होता है औऱ यह कितना खतरनाक है...

 

ब्रेन स्ट्रोक कब आता है

ब्रेन स्ट्रोक तब होता है, जब कोई चीज ब्रेन के हिस्से में ब्लड की सप्लाई को रोक देती है या किसी कारण से दिमाग में रक्त वाहिका (Blood Vessel) फट जाती है. स्ट्रोक से ब्रेन को नुकसान, विकलांगता और यहां तक की जान जाने का खतरा भी रहता है. कुछ रिसर्च में पाया गया है कि हर किसी को स्ट्रोक के लक्षण नजर नहीं आते हैं. लक्षण के बिना स्ट्रोक आना ज्यादा कॉमन बनता जा रहा है. 

 

युवाओं में तेजी से बढ़ रहा स्ट्रोक का खतरा

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, स्ट्रोक किसी भी उम्र में हो सकता है. इसके प्रमुख कारण मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज हैं. बुजुर्गों में स्ट्रोक ज्यादा होते हैं. स्ट्रोक के करीब 7 मामलों में से एक मामला 15-49 साल वालों में देखा जा रहा है. 2021 में हुए एक रिसर्च के मुताबिक, 10-15% स्ट्रोक के केस 18-50 उम्र वालों में होते हैं. खराब लाइफस्टाइल से इसका जोखिम ज्यादा रहता है.

 

स्ट्रोक के सबसे बड़े कारण

1.  नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव किडनी डिसऑर्डर की रिपोर्ट के मुताबिक, मोटापा, स्ट्रोक होने के खतरे को कई गुना ज्यादा बढ़ा देता है.

2. हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज दोनों ही स्ट्रोक के रिस्क को बढ़ाने का काम करते हैं. 

3. शराब और सिगरेट या किसी तरह का धूम्रपान स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा रहा है.

4. सेकेंड हैंड धुएं में भी सांस लेने से स्ट्रोक का खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है. 

 

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