7 Days Plan For Sound Sleep: अमेरिकन एकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन के एक सर्वे में भाग लेने वाले 80% लोगों ने माना कि देर रात तक फोन देखना या सोशल मीडिया स्क्रॉल करने से उनको देर से नींद आती है. इस वजह से रात में कई बार आंख खुलती है. कोरोना और कई तरह की बीमारियों का स्ट्रैस, फिर बैक टू नॉर्मल लाइफ में आने का ट्रांजिशन साथ में कामों की लंबी लिस्ट ये सब भी वजह हैं जिनसे नींद पर बुरा असर पड़ता है.  


अच्छी नींद कैसे ली जाये इसके लिये एक अमेरिकन स्लीप साइंटिस्ट ने बताया कि सबसे अच्छी नींद वो होती है जो नेचुरली आये और इस नींद के लिये हेल्दी स्लीप रुटीन बनाना पड़ता है.  उन्होंने कहा कि स्ट्रैस मैनेजमेंट, बेड टाइम रूटीन फॉलो करना और वर्क आउट करने से नींद में काफी सुधार आता है. अच्छी नींद के लिये उन्होंने ये 7 दिन का प्लान ट्राई करने के लिये भी सलाह दी.


पहला दिन: आपको एक नोटपैड या मोबाइल में अपने स्लीप का डेटा लिखना है. अगले 7 दिन तक कितने बजे सोये, कितनी बार रात को जगे या कितनी गहरी नींद आयी. इस जर्नल से आपको सही तरीके से पता चलेगा कि नींद का पैटर्न क्या है


दूसरा दिन: आपको स्क्रीन टाइम कट करना है ये थोड़ा चेलेंजिंग होता है लेकिन सोने से 1 घंटे पहले अपने मोबाइल को ऑफ कर दें या टीवी देखना बंद करें. अगर आपको 12 बजे सोना है तो 11 बजे के बाद स्क्रीन टाइम खत्म करें


तीसरा दिन: आपको बॉडी में कैफीन का ट्रैक रखना है. सोने से कम से कम 5 घंटे पहले चाय-कॉफी ना पीयें. अगर एल्कोहल लेते हैं तो वो भी बेहद लिमिटेड मात्रा में लें क्योंकि एल्कोहल रिलेक्सिंग इफेक्ट देती है और जल्दी हो जाते हैं लेकिन यही रात में जगने की भी वजह बनती है


चौथे दिन: सोने से पहले अगर आपको कुछ पीने का मन करता है तो चाय-कॉफी या एल्कोहल की बजाय 1 कप गुनगुना दूध पियें. अगर दूध ना पीना चाहें तो एक कप हर्बल टी ले सकते हैं


पांचवें दिन: अच्छी नींद के लिये शाम के वक्त कोई वर्कआउट जरूर करें. आप चाहे 30 मिनट वॉक करें , जिम करें या कोई स्पोर्ट्स खेलें लेकिन अपने शरीर को थकायें जरूर.   


छठवें दिन: रात को हल्की गहरी जैसी भी नींद आयी है उसे बाद सुबह जगने का टाइम फिक्स करें . अगर रात को अच्छी नींद चाहते हैं तो अपने रेगुलर टाइम से सुबह एक घंटे जल्दी जगें. जगने के साथ ही फोन-गैजेट्स की बजाय 15-20 मिनट बाहर टहल कर आयें. इससे फ्रेशनेस और पॉजिटिविटी दोनों आती है


सातवें दिन : इस दिन आपको अपने पिछले 6 दिन का स्लीप पैटर्न एनालाइज करना है. अपने नोटपैड या मोबाइल में ये डेटा रहेगा कि आप किस दिन कितना अच्छे से सोये और किस दिन किस वजह से सोने में दिक्कत आयी या रात को कई बार जगे. पूरे 6 दिन के स्लीप ट्रैक आप जो वीकनेस हैं उन पर काम करके अपनी स्लीप को काफी इंप्रूव कर सकते हैं.



Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


ये भी पढ़ें: Yoga Benefits: चाहकर भी कंसीव नहीं कर पा रहे Baby...तो अपनाएं ये योगासन, गजब का होगा फायदा