लखनऊ: सरकार ने वेक्टर और गंदगी से होने वाली बीमारियों से बचाव, रोकथाम और उनके नियंत्रण हेतु प्राथमिकता के आधार पर सभी जिलो में आज से 25 अगस्त तक विशेष सफाई चलाने का निर्देश दिया है. वहीं एक्यूट इंसेफलाइटिस सिन्ड्रोम और जापानी इंसेफलाइटिस प्रभावित 13 जिलो में यह अभियान 30 अगस्त तक जारी रहेंगे. उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को उक्त निर्देश दिये हैं.



एक्यूट इंसेफलाइटिस सिन्ड्रोम और जापानी इंसेफलाइटिस से प्रभावित क्षेत्र-
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सीतापुर और लखीमपुर खीरी एक्यूट इंसेफलाइटिस सिन्ड्रोम और जापानी इंसेफलाइटिस से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.

मुख्य सचिव ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को परिपत्र भेजकर उक्त निर्देश दिये हैं. परिपत्र में उन्होंने कहा कि-




  • अभियान के दौरान सभी जिलो में विस्तृत कार्ययोजना बनायी जाए.

  • ग्राम पंचायतों में तैनात सभी सफाई कर्मियों की दो-से-पांच दिन का रोस्टर बनाकर बंद नालियों, गन्दी गलियों, हैण्डपम्पों के आसपास की जगहों, अन्य पेयजल स्रोतों के आसपास और तालाब की सफाई हेतु विशेष जवाबदेही तय की जाए.

  • सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम्य स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति की विशेष बैठक आयोजित की जाए.

  • ग्राम सभाओं की बैठक करके लोगों को स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, मच्छरदानी का उपयोग करने की दिशा में जागरूक किया जाये.

  • जागरूकता के लिए दीवार लेखन, समूह बैठकों, स्कूली बच्चों की रैली, प्रभात फेरी आदि का आयोजन किया जाएं.

  • प्रचार सामग्री के प्रयोग के साथ ही भारी मात्रा में ज्यादा से ज्यादा लोगों को क्लोरीन टैबलेट का वितरण सुनिश्चित किया जाये.

  • नालियों से जल-निकासी की समुचित व्यवस्था की जाये. यदि नालियां अतिक्रमण की शिकार हैं तो पुलिस उन्हें मुक्त कराये.

  • इस अभियान को सफल बनाने के लिए यथासंभव स्वयंसेवी संस्थाओं और सामुदायिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाये.


मस्तिष्क ज्वर से पांच और बच्चों की मौत-
आपको बता दें, गोरखपुर स्थित बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में इंसेफेलाइटिस की वजह से पांच और बच्चों की मौत हो गई.

अपर निदेशक स्वास्थ्य कार्यालय से प्राप्त सूचना के मुताबिक, 15 और 16 अगस्त को इंसेफेलाइटिस के कुल पांच मरीजों की मौत हो गई. इसके साथ ही इस साल मेडिकल कॉलेज में इंसेफेलाइटिस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 144 हो गई है.

पिछले दो दिन के दौरान इंसेफेलाइटिस के 14 नए मरीज भर्ती किए गए. इस साल अभी तक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कुल 539 मरीजों को भर्ती किया गया है. इनमें से इस समय 64 का इलाज किया जा रहा है.

मालूम हो कि पूर्वांचल के गोरखपुर महाराजगंज और कुशीनगर समेत 12 जिलों में इंसेफलाइटिस का प्रकोप है. इन जिलों के अलावा बिहार और नेपाल से भी जापानी इंसेफलाइटिस के मरीज गोरखपुर मेडिकल कॉलेज लाए जाते हैं.