Pancreatic Cancer In Women: पैनक्रिएटिक कैंसर महिलाओं के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है जिसके लक्षणों पर हमेशा तब तक ध्यान नहीं दिया जाता है जब तक कि बीमारी ज्यादा ना बढ़ जाए. थकान, वजन का कम होना, पेट दर्द, पीलिया, दस्त, मतली, उल्टी, ब्लोटिंग जैसे कुछ चेतावनी वाले लक्षण नजर आते हैं. जिन पर हमें जल्द से जल्द ध्यान देने की जरूरत होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि महिलाओं की खराब जीवनशैली पैनक्रिएटिक कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ावा देती है.आइए जानते हैं.


धूम्रपान-धूम्रपान अग्न्याशय के कैंसर के लिए एक सबसे बड़ा जोखिम कारक है.जो महिलाएं धूम्रपान करती हैं उनमें इसके होने की बड़ी संभावना रहती है.तंबाकू उत्पादों में मौजूद हानिकारक रसायन अग्न्याशय को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर कोशिकाओं के विकास का कारण बन सकते हैं. जो महिलाएं धूम्रपान करती हैं उनमें हार्मोनल अंतर और एस्ट्रोजेन के साथ तंबाकू कार्सिनोजेन्स के इंटरैक्शन के कारण अग्नाशय कैंसर होने की संभावना अधिक होती है. इस घातक बीमारी के खतरे को कम करने के लिए धूम्रपान छोड़ना सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है.


अनहेल्दी डाइट-रेड और प्रोसेस्ड मांस, सैचुरेटेड वसा और शुगर से भरपूर आहार अग्न्याशय के कैंसर के बढ़ते खतरे से जुड़ा हुआ है. जो महिलाएं इन अनहेल्दी खाद्य पदार्थों का बड़ी मात्रा में सेवन करती हैं उनमें इस बीमारी के विकसित होने की संभावना अधिक होती है.दूसरी ओर, फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन से भरपूर आहार अग्न्याशय के कैंसर के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव डाल सकता है.


मोटापा-मोटापा दुनिया भर में एक बढ़ती स्वास्थ्य चिंता है और ये अग्नाशय कैंसर सहित अलग-अलग बीमारी के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है.जो महिलाएं अधिक वजन वाली या मोटापे से ग्रस्त हैं, उनमें इस प्रकार के कैंसर के विकसित होने का खतरा अधिक होता है. नियमित शारीरिक गतिविधि में शामिल होने से वजन नियंत्रित करने और अग्नाशय कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है.


शराब का सेवन-अग्न्याशय की पुरानी सूजन, जिसे क्रोनिक पैनक्रिएटिसिस के रूप में जाना जाता है, अग्न्याशय के कैंसर के विकास के खतरे को काफी हद तक बढ़ा सकती है.अत्यधिक शराब का सेवन अग्न्याशय को नुकसान पहुंचा सकता है और क्रोनिक पैनक्रिएटिसिस का कारण बन सकता है,


डायबिटीज-टाइप 2 डायबिटीज को पैनक्रिएटिक  कैंसर के जोखिम कारक के रूप में पहचाना गया है. वहीं डायबिटीज  से पीड़ित महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अधिक जोखिम का सामना करना पड़ता है. मधुमेह और अग्नाशय के कैंसर के बीच सटीक संबंध पूरी तरह से साफ नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि इंसुलिन प्रतिरोध और हाई ब्लड शुगर का स्तर कैंसर के विकास में योगदान कर सकता है.


जानकारी के मुताबिक जिन लोगों में पेनक्रिएटिक कैंसर डायग्नॉज होता है उनमें से मात्र 8% लोग ही 5 साल की उम्र और जी पाते हैं, जबकि जिन लोगों का पेनक्रिएटिक कैंसर प्राइमरी लेवल पर डायग्नॉज होता है उन्हें सर्जरी के माध्यम से ठीक कर दिया जाता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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