लंदनः क्या आप लंबे समय तक जीना चाहते हैं? तो अपने कॉफी के कप को भर लें. एक अध्ययन के मुताबिक कैफीन के इस्तेमाल से क्रोनिक किडनी की बीमारी (सीकेडी) के मरीजों का भी जीवनकाल बढ़ सकता है.


क्या कहती है रिसर्च-
इस अध्ययन में बताया गया कि कैफीन और मृत्यों के कारणों के बीच एक संबंध है. जो लोग सबसे ज्यादा कॉफी पीते हैं, उनके मरने का खतरा 24 फीसदी कम हो जाता है, जबकि कम मात्रा में कॉफी पीनेवालों की भी मौत का खतरा 12 फीसदी तक टल जाता है.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
पोर्टुगल के सेंट्रो हॉस्पीटलर लिस्बोआ नोर्टे के मिगुअलल बिगोट्टे विइरा ने कहा कि इस अध्ययन के निष्कर्षो से पता चलता है कि सीकेडी के मरीजों के ज्यादा कॉफी पीने से उनकी मौत का खतरा कम हो सकता है. यह एक आसान क्लिनिकली प्रमाणित और सस्ता विकल्प हो सकता है.


विइरा कहते हैं कि इसकी अभी रैंडमाइज्ड क्लिनिकल ट्रायल में पुष्टि की जानी चाहिए.


कैसे की गई रिसर्च-
शोधदल ने सीकेडी पीड़ित 2328 मरीजों का अध्ययन कर यह निष्कर्ष निकाला है. इस न्यू ऑरलैंस में चल रहे एएसएन किडनी सप्ताह में प्रदर्शित किया जाएगा.


विइरा ने जोर देकर कहा कि इसके अलावा कि यह अवलोकन अध्ययन यह साबित नहीं कर सकता कि कैफीन सीकेडी के मरीजों में मृत्यु के जोखिम को कम करता है, लेकिन केवल इस तरह के सुरक्षात्मक प्रभाव की संभावना का सुझाव देता है.


अमेरिकन केमिकल सोसायटी में रिपोर्ट में बताया गया है कि कॉफी पीने से मधुमेह का जोखिम कम हो सकता है.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.