Book Reading Before Sleeping: कहते हैं इंसान का सबसे अच्छा दोस्त किताब होता है. सही भी बात है ये किताबें ही तो है जो बिना कुछ कहे या पूछें आपको ज्ञान और शांति देती हैं. किताबों के जरिए हमें देश दुनिया की सैर करने को मिलती है. हमारे समाज को जानने का मौका मिलता है. ऐसे में अगर आपका कोई दोस्त नहीं है या आप बिल्कुल अकेले हैं तो आपको किताबों से दोस्ती कर लेनी चाहिए, हालांकि इस डिजिटल युग में लोग किताबों को भी डिजिटल तौर पर ही पढ़ना पसंद करते हैं लेकिन कोशिश करें कि किताबें,मैगजीन ये सब ऑफलाइन मोड में ही पढ़ें..यकीन मानिए कुछ ही दिनों में आपको अपने अंदर कई सारे बदलाव नजर आने लगेंगे..वहीं एक्सपर्ट भी इस बात से सहमती जताते हैं कि रात को 15 से 20 मिनट ही किताबे पढ़ना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है


स्ट्रेस या तनाव दूर करे-रात को सोने से पहले कोई अच्छी सी कहानी नॉवल पढ़ने से आपके तनाव को कम करने में मदद मिलती है. दरअसल जब आप पूरे दिन ऑफिस या घर का काम करते हैं तो दिमाग बहुत ही ज्यादा थक जाता है, सोचने समझने की क्षमता पर भी असर पड़ता है. ऐसे में अगर आप सोशल मीडिया से दूरी बनाकर खुद को नॉलेज देंगे या फिर कोई नॉवल पढ़ेंगे तो आप अपने तनाव को भूल सकते हैं. आप में एक नई ऊर्जा पैदा होगी, क्योंकि किताब अपने साथ एक नई दुनिया लेकर आती है.जब आप किताब पढ़ते हैं तो आपके दिमाग में 100 सवाल उठते हैं सोचने समझने की क्षमता बढ़ती है और इसी सवाल में आप अपने तनाव को भूल जाते हैं.


मस्तिष्क ठीक से काम करता है- जिस तरह से सही मस्तिष्क कार्य करने के लिए योगा और एक्सरसाइज की जरूरत पड़ती है उसी तरह किताब पढ़ना भी एक व्यायाम है जो आपके दिमाग को फिट रखने में मदद करता है. किताबें पढ़ना, धीरे-धीरे डिमेंशिया और अल्जाइमर को रोकने में मदद करता है. अच्छी किताबें, अच्छी स्टोरी पढ़ना मस्तिष्क के लिए संतुलित आहार की तरह मददगार होती है.


सकारत्मकता बढ़ती है- जब आप किताबें पढ़ते हैं तो आपको दूसरों की जीवन कथा उनके संघर्ष उनकी परेशानी को समझने का मौका मिलता है. आप यह समझ पाते हैं कि संघर्ष के बाद इंसान इस से बाहर भी आ सकता है. जब आप यह सब देखते हैं तो आप पर एक सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. आप संघर्ष और चुनौतियों को पॉजिटिव वे में लेना सीख जाते हैं, हर रोज सोने से पहले 15 या 20 मिनट किताबे पढ़े इससे नेगेटिविटी दूर होती है,आप अपने दिनभर की परेशानी को भूलकर चुनौती लेने के लिए तैयार हो जाते हैं.


क्रिएटिविटी बढ़ती है- कोई सी भी आप किताब पढ़े आपको इससे कुछ ना कुछ सीखने को मिलता है. आपके सोचने की क्षमता बढ़ती है. जैसे-जैसे आप नए चीजों को पढ़ते हैं आप की क्रिएटिविटी में इजाफा होता है और जब क्रिएटिविटी बढ़ती है.आपको नई चीज़ सीखने को मिलती है  तो आप अपने काम में आत्मविश्वास और प्रोडक्टिविटी दोनों ही बढ़ाते हैं, इससे आपके खुद के ग्रोथ होने का चांसेस बहुत ज्यादा हो जाता है.


संवेदनशील बनते हैं आप-जब आप अकेले में बैठकर किताबें पढ़ते हैं तो ये आपको बहुत ही संवेदनशील बनाती है. किताबों में छिपी कहानियां आपकी जिंदगी का टर्निंग प्वाइंट हो सकती है. कभी-कभी यह कहानियां आपको इतनी प्रभावित करती है कि आप दुनिया समाज और लोगों की भलाई के बारे में सोचने लगते हैं. कुल मिलाकर कहा जाए तो किताब आपको बेहतर इंसान बनाने में मदद करती है.


अच्छी नींद आती है-कोरोना के बाद से ही लोगों के स्लीपिंग पैटर्न में बहुत बदलाव आया है. लोगों को नींद की शिकायत रही है. ऐसे में किताबें पढ़ने की आदत आपको इन सब चीजों से निजात दिला सकती है एक स्टडी में बताया गया है कि किताब पढ़ने से तनाव का स्तर 68 फ़ीसदी तक कम हो सकता है.सोने से पहले अगर आप किताब पढ़ते हैं तो आप क्वालिटी नींद ले पाएंगे


अच्छी किताबों से दोस्ती आपका जीवन बदल सकती है इसलिए रात को सोने से पहले गैजेट से दूरी बनाकर किताबों को उठाएं, ये आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी और सफलता आपके हाथों में होगी


 


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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.